कार को क्यों दफनाया गया? अंतिम संस्कार में शामिल हुए 1500 लोग, ये है वजह..

कार खराब हो जाए तो उसे रिपेयर करवाते हैं, कबाड़ हो जाये तो बेच देते हैं लेकिन गुजरात के एक परिवार ने ऐसा कुछ नहीं किया बल्कि गड्ढा खोदकर कार को दफना दिया। ऐसे ही नहीं, बल्कि बाकायदा अंतिम यात्रा निकाली गई।



 

 

https://x.com/VikashMohta_IND/status/1855100490729640391?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1855100490729640391%7Ctwgr%5E40437982bd023f32b46e97fe32d20cabb8b5b979%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Fapi-news.dailyhunt.in%2F

 

 

अंतिम संस्कार के लिए कार को फूलों और मालाओं से सजाया गया था और धूमधाम से पोलारा के घर से उनके खेत तक ले जाया गया। कार को कपड़े से ढक दिया गया था और फिर परिवार के सदस्यों ने पूजा-अर्चना की, मंत्रोच्चार के साथ गुलाब की पंखुड़ियां कार पर बरसाईं गईं। इसके बाद मिट्टी डालकर कार दफन कर दी गई।

इसे भी पढ़े -  Malkharoda News : मालखरौदा जनपद पंचायत में सरपंचों, रोजगार सहायकों, आवास मित्र का संयुक्त बैठक जनपद अध्यक्ष कवि वर्मा की उपस्थिति में हुआ संपन्न, प्रस्ताव निर्माण कार्य हुआ पारित

 

 

 

 

संजय पोलारा ने कहा कि मैंने यह कार करीब 12 साल पहले खरीदी थी और इससे परिवार में समृद्धि आई। कारोबार में सफलता के अलावा मेरे परिवार को सम्मान भी मिला। यह गाड़ी मेरे और मेरे परिवार के लिए भाग्यशाली साबित हुई। इसलिए मैंने इसे बेचने के बजाय इसे श्रद्धांजलि के तौर पर अपने खेत में समाधि दे दी। उन्होंने यह भी कहा है कि समाधि स्थल पर एक पेड़ भी लगाया जाएगा, जिससे आने वाली पीढ़ियों को इसकी जानकारी मिलती रहे।

इसे भी पढ़े -  Malkharoda News : मालखरौदा जनपद पंचायत में सरपंचों, रोजगार सहायकों, आवास मित्र का संयुक्त बैठक जनपद अध्यक्ष कवि वर्मा की उपस्थिति में हुआ संपन्न, प्रस्ताव निर्माण कार्य हुआ पारित

error: Content is protected !!