बहेराडीह. ग्रामीणों की बार-बार शिकायत करने के बाद भी सिवनी सुखरीकला सड़क मार्ग पर भारी वाहनों के परिचालन बंद नहीं किया गया ह. भारी वाहनों के दबाव से सड़क उखड़ने लगी है और फैक्ट्री के वाहनों से पीसे हुए कोयला के पावडर सड़क मार्ग पर बिखर रहा है, जोकि हवा के साथ उड़ने से राहगीरों की परेशानी बढ़ गई है. चाम्पा शहर से लगे सिवनी सुखरीकला मार्ग पर सिवनी समेत बालपुर, उमरेली, नवापारा, अमलडीहा, सुखरीकला, सुखरीखुर्द, बहेराडीह, जाटा, कमरीद, कोसमन्दा, बघौदा, देवरी, अमरुआ आदि दर्जनों गांवों के ग्रामीणों का प्रतिदिन आवागमन होता है, वहीं दूसरी तरफ बहेराडीह में स्थापित फैक्ट्री का भारी वाहन दिन-रात चलने से सड़क मार्ग की हालत बद से बदतर हो गई है.
फैक्ट्री की गाड़ी में पीसे हुए कोयला का पॉवडर सड़क पर बिखर रहा है, जो हवा के साथ उड़ रही है. इससे राहगीरों को आवागमन में भारी परेशानी हो रही है. परेशान ग्रामीणों और केंद्रीय श्रमिक संगठन के जिलाध्यक्ष चूड़ामणि राठौर ने इस मामले की लिखित रूप में शिकायत कलेक्टर समेत कमिश्नर,श्रम मंत्री व उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन, मुख्यमंत्री विष्णुदेव् साय,राज्यपाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, व राष्ट्रपति से किया है. उसके बाद भी सिवनी सुखरीकला सड़क मार्ग पर भारी वाहनों पर प्रतिबंध नहीं हुई, जिससे शासन प्रशासन के प्रति ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है.
इस मार्ग पर भारी वाहनों की प्रतिबंध नहीं लगाने से नाराज सिवनी समेत दर्जनों गांवों के ग्रामीणों ने मिलकर बिना किसी जनप्रतिनिधियों के सहयोग से तीन बार चक्काजाम भी कर चुके हैं. आंदोलन के बाद इस मार्ग पर भारी वाहनों पर प्रतिबंध लगाने के बजाय बदहाल सड़क मार्ग की मरम्मत कार्य करा दिया जाता है, लेकिन वाहनों पर प्रतिबंध बिल्कुल ही नहीं लगाया जाता. इस बार सिवनी, बहेराडीह समेत दर्जनों गांवों के ग्रामीण बड़ी संख्या में शासन प्रशासन को विधिवत सूचना देकर इस मार्ग पर चक्काजाम करने की मूड में दिखाई दे रहे हैं.