कोरबा. वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह के संचालक व छत्तीसगढ़ राज्य आरसेटी के मास्टर ट्रेनर दीनदयाल यादव द्वारा एसबीआई आरसेटी कोरबा में स्थानीय ब्लॉक के बिहान के कोरकोमा क्लस्टर के कृषि सखी और पशु सखियों को कृषि उद्यमी का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में उद्यमिता विकास, क्या, क्यों और कैसे,देश में वर्तमान कृषि परिदृश्य, वैश्विक परिदृश्य नई संभावनाएं,भारत में मानसून का पैटर्न, और इसका भारतीय कृषि पर प्रभाव, मौसम के लिए तैयारी, मिट्टी, पोषकता और उत्पादन क्षमता,नमूना विश्लेषण, मिट्टी परीक्षण रिपोर्ट, पौधा पोषक तत्व, प्रमुख और लघु तत्व, भूमिका,, कमी के लक्षण, संतुलित पोषक तत्व,उच्च उपज देने वाली कृषि तकनीके,, जैविक कृषि तकनीक,, एक तुलना, खाद और जैविक खादों का उपयोग, वर्मी कंपोस्ट,लाभदायक कीड़े, सूक्ष्म जीव और अन्य जीव, परिस्थितिकी तंत्र,टॉवर निर्माण,खेल,उत्पादन में गुणवत्ता वाले बीजों की भूमिका, इसका महत्व और पालन किये जाने वाले प्रथा,खाद्य फसलों के क्षेत्र का प्रमुख फसल,3 से 4 फसलें,
क्षेत्र की प्रमुख वाणिज्यिक फसलें 3 से 4 फसलें,सूखे भूमि कृषि तकनीक, नमी संरक्षण प्रथाएं,कुशल सिंचाई प्रणालियां स्प्रिंकलर सिंचाई और ड्रीप सिचाई,छोटे और सीमांत किसानों के लिए एकीकृत कृषि प्रणाली,क्षेत्र के मुख्य फसलों के सामान्य कीट, रोग और उनके नियंत्रण, समाकृत कीट प्रबंधन,
क्षेत्र की मुख्य बागवानी फसलें 3 से 4 फसलें, फल फसलें, प्लांटेशन फसलें और सब्जी फसलें,प्रथाएं।
औषधीय और सुगंधित पौधों की खेती,समस्या समाधान, केस स्टडी, ब्यायाम, रचनात्मकता, क्रिएटिव सोच,उच्च प्रौद्योगिकी कृषि, दायरा विवरण, नवीनतम मशीनरी और उपकरणों का उपयोग,मतस्य पालन विवरण, क्षेत्र,अंतर्देशीय मत्स्य पालन के बारे में जानकारी दी गई।
प्रगतिशील फार्म, अनुसंधान केंद्र का दौरा, किसानों, वैज्ञानिकों के साथ बातचीत,डेयरी फार्मिंग, नस्लें, नस्लों का चयन, कृत्रिम गर्भाधान, स्वच्छ दूध उत्पादन के लिए प्रबंधन पहलू, दूध उत्पाद,डेयरी पशुओं का पोषण एवं आहार, आहार तैयार करना, अंजोला, चारा फसलों का उपयोग, बछड़ा प्रबंधन,डेयरी पशु महत्वपूर्ण रोग और उनका नियंत्रण, टीकाकरण, डेयरी इकाई का अर्थशास्त्र,समय प्रबंधन,छोटे व सीमांत किसानों के लिए पूरक आय हेतू भेड़, सुअर, खरगोश और मुर्गी पालन,पौध प्रसार तकनीके, कटिंग, बडिंग, ग्राफ्टिंग, लेयरिंग, टिशू कल्चर,वाणिज्यिक नर्सरी प्रबंधन,कृषि प्रसंस्करण, फल एवं सब्जी संरक्षण,कृषि ब्यवसाय, एक नया मार्ग,विवरण एवं दायरा,कृषि उत्पादों का विपणन, कृषि में ई ब्यवसाय,बैंकिंग जमा एवं अग्रिम कृषि क्षेत्र को ऋण योजनाएं, सरकारी योजनाएं,फसल योजना एवं कृषि मॉडल की तैयारी, कृषि बजट।
कृषि निवेश की परियोजना रिपोर्ट तैयार करना, वित्तीय परिब्यय का अनुमान लगाना,कृषि एवं सम्बद्ध गतिविधियों के लिए बीमा, फसल बीमा और पशुधन बीमा,सहायक संस्थान एवं विकास योजनाएं के बारे में जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में थ्योरी और प्रेक्टिकल तथा प्रोजेक्टर के माध्यम से सिलेबस के अनुसार मास्टर ट्रेनर दीनदयाल यादव, फैकेल्टी गौतम जांगड़े और सुरंजना विश्वाल के द्वारा निदेशक गणेश उरांव के मार्गदर्शन में कराई जा रही है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में पशु सखी पुष्पा कंवर, सावित्री आदिले, बिजेश्वरी कंवर, राजकुमारी राठिया, मीरा बाई, तीजेश्वरी, प्रगति सारथी, शशिकला कृषि सखी कमला राठिया, देवंती राठिया, तिलमत राठिया, सुनीता अगरिया, सोनी कश्यप, रत्ना राठिया, उत्तरा राठिया, नीलू राठिया, अनिता, अंजली राठिया, राधा उरांव, विष्णु कुमारी, श्यामबाई,राजकुमारी, कवित्री महंत, कलामति और बसंती यादव आदि शामिल हैं।