जांजगीर-चाम्पा. जिले का प्रथम विद्यालय हरिराम गट्टानी मेमोरियल जयभारत इंग्लिश मीडियम स्कूल जांजगीर, जिसे मिला सुअवसर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने का आमंत्रण. संचालक अजय कुमार गट्टानी और प्रबंधक हर्षित गट्टानी, बाल दिवस पर 4 विद्यालयीन बच्चों के साथ पहुंचे राष्ट्रपति भवन, द्रौपदी मुर्मू से की मुलाकात।
विद्यालय की प्राचार्य गुरमीत कौर धनजल मैम के प्रयास से विद्यालय को राष्ट्रपति से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यह विद्यालय के लिए प्राचार्य द्वारा दी गई बड़ी उपलब्धि में से एक है। पूरे देश भारत ने पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिवस के मौके पर बाल दिवस मनाया ।




इस दिन का उत्साह बच्चों के अंदर खास तौर पर देखा जा रहा है, जहां जांजगीर स्थित जय भारत इंग्लिश मीडियम स्कूल के संचालक अजय कुमार गट्टानी, प्रबंधक हर्षित गट्टानी समेत 4 विद्यार्थी शुभी अग्रवाल कक्षा दसवीं, स्वरा सिंह कक्षा 9 वीं, अयांश थवाईत कक्षा 9 वीं , भुपेश कश्यप कक्षा- 7 वीं इस दिन को मनाने के लिए दिल्ली राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां उन्होंने देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बातचीत के दौरान परिचय पूछने पर छत्तीसगढ़ का नाम सुनते ही राष्ट्रपति ने अत्यंत हर्ष के साथ कहा ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ और बच्चों से “छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया” के नारे भी लगवाए। उन्होंने बच्चों के लिए कहा कि बच्चे अपने प्रतिभा को पहचानेंगे और पूरी लगन और कड़ी मेहनत के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहेंगे तो निश्चित रूप से अपने मुकाम को प्राप्त कर सकते हैं।

बच्चे देश का भविष्य है. इस भविष्य को सुरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है, बच्चों की प्रतिभा को सही दिशा देना सभी की जिम्मेदारी है. उन्होंने किताबें पढ़ने की सलाह देकर कहा कि किताबें व्यक्तित्व में बदलाव लाते हैं और सलाह दी कि किताबें व्यक्तित्व में बदलाव लाती है हम अपने बच्चों को सही दिशा दें। यह जांजगीर-चाम्पा जिले के सीबीएसई स्कूल में से पहला विद्यालय है, जिसे यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है । विद्यालय को इस प्रकार के खास मौके पर विद्यालयीन बच्चों को देश के राष्ट्रपति से मिलने के सुअवसर पर अत्यंत ही गर्व हो रहा है। यह जिले का प्रथम विद्यालय, जहां 1400 विद्यार्थी अध्यनरत है और प्रत्येक विद्यार्थी के अंदर एक अद्भुत कला का समावेश है, विद्यार्थियों का चयन भी उनकी प्रतिभा के अनुसार ही किया गया है। विद्यालय ने 2024 व 25 में राष्ट्रपति भवन व संसद भवन का दौरा भी पूर्ण कर लिया है।
इस तरह का मौका मिलने का सौभाग्य वाला यह जिले का प्रथम विद्यालय है, जहां बच्चों का शारीरिक मानसिक व शैक्षणिक विकास की समस्त स्रोत उपलब्ध कराई जाती है ।विद्यालय के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को उनकी प्रतिभा के लिए सम्मानित करना भी विद्यालय की एक बड़ी पहल है, जिसे विद्यालय के छात्र छात्राओं में अपने प्रतिभा पर सम्मान प्राप्त कर गर्व महसूस करते हैं। और आगे भी अपनी कला का प्रदर्शन करने में अव्वल दर्जे पर रहते हैं ।यह सब विद्यालय प्राचार्या का सक्रिय योगदान व प्रबंधन के समय-समय पर विद्यार्थियों को प्रोत्साहन, शिक्षक शिक्षिकाओं का मार्गदर्शन व विद्यार्थियों का कड़ी मेहनत का परिणाम है।






