जांजगीर-चांपा. श्री नवदुर्गा उत्सव समिति कृष्णा विहार कॉलोनी घुठिया में शारदीय नवरात्र के नौ दिन तक मॉ दुर्गा की पूजा अर्चना विधि विधान से की गई। मां दुर्गा की प्रतिमा की पूजा अर्चना करने के बाद कॉलोनी में भ्रमण करते हुए श्रद्धालुओं को मां ने दर्शन दिए और मॉ के जयकारों के साथ हसदेव नदी में विसर्जन के लिए पहुंचे । दुर्गा माता विसर्जन के दौरान कॉलोनी में श्रद्धालुओं ने माता के गानों पर डांस करते हुए कुदरी बैराज हसदेव नदी तट पर माता की आरती उतारकर उन्हें अगले वर्ष आने का न्योता देते हुए नम आंखों से विदाई दी।
कॉलोनी के कम्युनिटी हॉल में 3 अक्टूबर को माता दुर्गा जी की प्रतिमा की स्थापना की गई थी। इसके बाद से शैलपुत्री, ब्रम्हचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंद माता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी एवं सिद्धि दात्री की प्रतिदिन विधि विधान से पूजा अर्चना पंडित श्री साकेत महाराज के द्वारा की गई। इसके बाद प्रसाद वितरण किया गया। नौ दिन तक जसगीत, आध्यात्मिक प्रतियोगिताओं के अलावा रंगोली, पेंटिंग, थाली मटकी सजाओ, बैलून प्रतियोगिता, माला सजाओ आदि प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। कॉलोनी की महिलाओं द्वारा माता के भजन, जसगीत आदि गाये गये।
समिति सदस्यों में श्रीमती कुंती चंद्रा, श्रीमती जयंती यादव, श्रीमती झरना राठौर, श्रीमती पुष्पा राठौर, श्रीमती श्वेता रॉय, श्रीमती सुनीता राठौर, श्रीमती शशि साहू, श्रीमती चन्द्रकला यादव, श्रीमती जया राठौर, श्रीमती प्रमिला झलरिया, श्रीमती पूजा कश्यप, मनोज चंद्रा, सुमित रॉय, घनश्याम साहू, देवेन्द्र यादव, संजय बरगाह विश्वजीत राठौर, विजय राठौर, आशीष कश्यप, राकेश कल्चुरी, प्रमोद राठौर, अजय राठौर, दशरथ साहू, भोजराम साहू, डॉ अजय राठौर, के अलावा अन्य सदस्यों ने अपनी सहभागिता निभाई।
सजीव झांकिया आकर्षण का केन्द्र
माता दुर्गा के पंडाल में छोटी-छोटी कन्याओं को तैयार कर अलग अलग रूप में सजीव झांकी लगाई गई। जिनको देखकर ऐसा लगा कि माता रानी साक्षात सजीव रूप में माता पंडाल में विराजमान हो। इस मौके पर माता रानी का प्रसाद का वितरण करते हुए बुजुर्ग एवं प्रतियोगिताओं में शामिल बच्चों का पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
कॉलोनी में किया गया रावण दहन
बुराई पर अच्छाई के प्रतीक विजयादशमी के मौके पर कॉलोनी में रावण दहन किया गया। इस मौके पर राम दरबार भव्य रथ पर करमा नृत्य के साथ सजाया गया। जिसमें भगवान राम के रूप में सिद्धार्थ, माता सीता के रूप में कृतिका एवं लक्ष्मण के रूप में वेदांश, भरत के रूप में वंश और शत्रुघ्न के रूप में शशांक, शिव जी के रूप में आदि, हनुमान जी के रूप में वीर राम दरबार में पहुंचे। कॉलोनीवासियों ने सभी की पूजा अर्चना की। इसके बाद श्री राम के जयकारों के साथ रावण का दहन किया गया। दहन के बाद समिति की ओर से भंडारे का आयोजन किया गया।