जांजगीर-चांपा. मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने जिले के शिवरीनारायण रामवन गमन पथ क्षेत्र, खरौद एवं केरा का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने समूह के सदस्यों से चर्चा करते हुए आवश्यक जानकारियां ली तो वहीं अकलतरा विकासखण्ड के तिलई गोठान का निरीक्षण किया। इस दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह ठाकुर सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहे।
सलाहकार श्री शर्मा ने मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री शर्मा ने शिवरीनारायण क्षेत्र के अवलोकन के दौरान कहा कि इस क्षेत्र में उद्योग की अधिक संभावनाएं है और मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शिवरीनारायण क्षेत्र में नदी के आसपास रेत शिल्पकारी को बढ़ावा दिया जा सकता है। इसके अलावा मछुआ समूह के लिए मछली पालन, जाल बुनाई आदि क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाए। इस दौरान रामवन गमन परिक्षेत्र का अवलोकन करते हुए प्रोजेक्ट पर भी चर्चा की। उन्होंने शिवरीनारायण एवं खरौद मंदिर के दर्शन किये। खरौद में लक्ष्मणेश्वर मंदिर में सौंदर्यीकरण करने, श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के बैठने के लिए कुर्सी लगाने कहा। इसके अलावा इंदल देव मंदिर में हाइमास्क लाइट लगाने एवं आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने कहा।
युवाओं को लाएं आगे
केरा ग्राम पंचायत में बुनकर समुदाय से मिलकर उनसे कार्यों को लेकर चर्चा की। उन्होंने इस दौरान कहा कि सूती उद्योग को बढ़ावा दिया जाए और इससे युवाओं को अधिक से अधिक जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए युवाओं का समूह तैयार कर उन्हें बेहतर प्रशिक्षण दिए जाने को लेकर निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोसा, सूती उद्योग के क्षेत्र में बेहतर संभावनाएं हैं।
रूरल इंडस्ट्रीज के रूप में करें विकसित
शासन की महत्वाकांक्षी योजना एनजीजीबी के तहत अकलतरा विकासखण्ड के तिलई ग्राम पंचायत की गौठान का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गोठान में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाकर रूरल इंडस्ट्रीज के रूप में विकसित किया जाए, जिससे महिला समूहों को अधिक से अधिक रोजगार मिल सके। उन्होंने गौठान समिति के सदस्यों, स्व सहायता समूहों की महिलाओं से चर्चा करते हुए गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली। इसके अलावा गौठान में गोधन न्याय योजना के तहत गोबर की खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने चारागाह, पैरा के बारे में समूह से जानकारी ली।
ग्राम पंचायत तिलई के गौठान में स्व सहायता समूह द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार की आर्थिक गतिविधियों का अवलोकन किया गया। जिसमें प्रमुख रुप से समूह द्वारा सब्जी उत्पादन, वर्मी कम्पोस्ट आदि की सराहना की गई। उन्होंने मछलीपालन, मुर्गीपालन, को बढ़ावा देने कहा। साथ ही, दोना पत्तल, बेकरी, रूरल इंडस्ट्रीज को प्रारंभ करने के निर्देश दिए।