THEN & NOW: जवानी में इतने ग्लैमरस दिखते हैं ‘शाका लाका बूम बूम’ के किरदार, पहचान नहीं पाएंगे आप

यदि आप 1990 के दशक में बड़े हुए हैं, तो आप निस्संदेह इस बात से सहमत होंगे कि ‘शाका लाका बूम बूम’ हमारे पसंदीदा शोज में से एक था। रहस्यमय जादू की पेंसिल ने हमारे दिलों में इस कदर जगह बना ली थी कि हमें विश्वास हो गया था कि वास्तव में ऐसी पेंसिल होती है। 2000 में प्रसारित ‘शाका लाका बूम बूम’ के संजू और उसकी वो जादुई पेंसिल को आज भी कोई देख ले, तो अपने बचपन के दिनों में लौट जाता है। आपको नॉस्टैल्जिक फील करवाने के लिए आज हम आपको आपके पसंदीदा शो के किरदारों से एक बार और मिलवाने जा रहे हैं। देखिए…



संजू के रूप में किंशुक वैद्य

एक बाल कलाकार के रूप में, किंशुक ने 1999 में मराठी फिल्म ‘धंगड़ ढींगा’ से अपने अभिनय की शुरुआत की। अगले साल अभिनेता ने फिल्म ‘राजू चाचा’ से बॉलीवुड में कदम रखा और शाका लाका बूम बूम से प्रसिद्धि हासिल करने के बाद अभिनय से ब्रेक ले लिया। दस साल के ब्रेक के बाद अब किंशुक फिर से अभिनय की दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं। उन्होंने कई फिल्मों के ऑडिशन्स भी दिए, लेकिन उम्र कम होने की वजह से उन्हें कई फिल्मों में कास्ट नहीं किया गया।

करुणा के रूप में हंसिका मोटवानी

करुणा का किरदार निभाने वाली बाल कलाकार हंसिका मोटवानी ने ‘शाका लाका बूम बूम’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद अभिनेत्री ने 2001 में ‘देस में निकला होगा चांद’ में एक युवा कलाकार के रूप में काम किया। इसके बाद 2003 में ऋतिक रोशन की फिल्म ‘कोई मिल गया’ से बड़े पर्दे पर प्रदर्शन करने का मौका मिला। 15 साल की उम्र में, हंसिका ने तेलुगु फिल्म ‘देसमुदुरु’ में बेहतरीन अभिनय किया और फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। उसी वर्ष, हंसिका हिमेश रेशमिया के साथ ‘आप का सुरूर’ फिल्म में नजर आईं। बता दें कि हंसिका आखिरी बार तमिल और तेलुगु फिल्म ‘महा’ और ‘माई नेम इज श्रुति’ में 2021 में दिखाई दीं थीं।

टीटो के रूप में मधुर मित्तल
1997 में ‘बूगी वूगी’ जीतने के बाद मधुर मित्तल ने ‘कसौटी जिंदगी की’ (2001), ‘पृथ्वीराज चौहान’ (2006), ‘जलवा’ (2007)  जैसे  कई शो में काम किया। इसके अलावा, वह ‘कहीं प्यार ना हो जाए’ (2000), ‘वन टू का फोर’ (2001) और ‘सलाम इंडिया’ (2007) जैसी फिल्मों में भी दिखाई दिए। हालांकि, स्लमडॉग मिलियनेयर (2008) में उनके प्रदर्शन ने उन्हें दुनिया भर का ध्यान आकर्षित करने और मोशन पिक्चर में एक कलाकार द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवार्ड दिलाने में मदद की।

झुमरू के रूप में आदित्य कपाड़िया
एक बाल कलाकार के रूप में, आदित्य कपाड़िया ने ‘इधर उधर’ शो से टेलीविजन पर अपनी शुरुआत की। उसके बाद, वह ‘जस्ट मोहब्बत’, ‘हिप हिप हुर्रे’ और ‘सोन परी’ जैसे शो में दिखाई दिए। इन शोज में आने के बाद, आदित्य ने 2012 में शो ‘एक दूसरे से करते हैं प्यार हम’ और 2007 में ‘कंबाला इन्वेस्टिगेशन एजेंसी’ में भी अभिनय किया। उन्होंने ‘अदालत’ (2010) और ‘बड़े अच्छे लगते हैं’ (2014) शो में भी काम किया। उन्हें आखिरी बार एक गुजराती फिल्म ‘बस एक मौका’ (2015) में देखा गया था।

संजना के रूप में रीमा वोहरा
‘शाका लाका बूम बूम’ से अपनी शुरुआत करने के बाद, रीमा कई शोज और फिल्मों में दिखाई दीं। वह ‘श… कोई है’ (2006), ‘साथ साथ बनेगा एक आशियान’ (2008), ‘ना आना इस देस लाडो’ (2009), ‘दो दिल एक जान’ (2013), ‘भारत का वीर पुत्र – महाराणा प्रताप’ (2014) शो का हिस्सा थीं। इतना ही नहीं रीमा ने ‘यम किसी से काम नहीं’ (2014), ‘मरियम खान – रिपोर्टिंग लाइव’ (2018), ‘विष या अमृत: सितारा’ (2018), ‘नज़र 2’ (2020), ‘एक दूजे के वास्ते 2’ (2020), ‘कसौटी ज़िंदगी की’ (2020) और ‘शौर्य और अनोखी की कहानी’ (2020)  में भी काम किया। वह ‘शौर्य’ (2010), ‘मुरली मीट्स मीरा’ (2011) और ‘मंजुनाथ बीए एलएलबी’ (2012) जैसी कई कन्नड़ फिल्मों का भी हिस्सा रहीं।

जगू के रूप में अदनान जेपी

इस शो के साथ अपनी शुरुआत करने के बाद, अदनान ने 2003 में एक बाल कलाकार के रूप में ‘शरत शो’ में भी अभिनय किया। बता दें कि अदनान अब दुबई चले गए हैं और एक विज्ञापन एजेंसी में काम करते हैं।

error: Content is protected !!