रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में नारायणपुर जिला प्रशासन द्वारा पहाड़ों को काटकर ग्राम पंचायत टेमरूगांव के ग्रामीणों को सड़क की सौगात दी गयी है। जिससे लॉकडाउन के दौरान गांवों में राशन, एम्बुलेंस सहित अन्य वाहनों की पहुंच अब आसान हो गई है। नारायणपुर जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर पहाड़ों से घिरे टेमरूगांव ग्राम पंचायत के दो गांवों और छह पारा-टोले में 200 परिवार प्राकृतिक सौंदर्य की छटा में निवासरत् है। पहाड़ों की तराई में बसे गांवों में रहने वाले लोग विषम परिस्थितियों में जीवन गुजार रहे थे। पहुंचमार्ग के अभाव में किसी भी क्षेत्र के लिए विकास की बात करना महज कोरी कल्पना सी है, लेकिन प्रशासन के सफल प्रयास से अब यहां जरूरी सुविधाएं पहुंचने लगी है। नक्सल प्रभावित सुदूर वनांचल के निवासी जो वर्षों से आवागमन की समस्या से जूझ रहे थे। उन्हें जिला प्रशासन ने कन्हारगांव से टेमरूगांव 8 किलोमीटर और टेमरूगांव से टोयमेटा तक 7 किलोमीटर पक्की सड़क की सौगात दी है।
ग्राम पंचायत टेमरूगांव की सरपंच श्रीमती कनेश्वरी कोर्राम बताती हैं कि सदियों से बसे इन गांवों में लगभग 700 लोग रहते हैं। कुछ महीने पहले इस गांव तक पहुंचना ही सबसे बड़ी समस्या थी। सीधी चढ़ाई वाले पहाड़ के ऊपर बसे गांवों तक पहुुंचने के लिए एक मात्र साधन पगडण्डी ही थी। ऊंचे पहाड़ी में बसे इस गांव के लोगों की परेशानी हमेशा के लिए खत्म होने से गांवों के लोग बहुत खुश हैं। आवागमन की सुविधा मिल जाने से लोग मुख्यमंत्री के प्रति आभार भी प्रकट करते नहीं थकते। प्रशासन द्वारा पहाड़ को काटकर सड़क निर्माण का कार्य किया जाना प्रशंसनीय है। जहां पहले गांव में पहुंचने के लिए पगडण्डियों पर पैदल चलना मुश्किल था, अब वहीं सड़क निर्माण से बिजली, उचित मूल्य की दुकान, साफ पीने का पानी, स्कूल और आवश्यक सुविधाएं ग्रामीण को उपलब्ध हो रही हैं। साथ ही लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ-साथ एम्बुलेंस और अन्य बुनियादी सुविधायें गांवों तक पहुंच रही है। जिससे प्रशासन के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है।