जांजगीर-चाम्पा. विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत के सक्ती विधानसभा क्षेत्र में सिवनी बहेराडीह ऐसा भी गांव है, जहां पर बरसात लगते ही आवागमन को लेकर लोगों की चिंता बढ़ जाती है कि थोड़ी से बारिश होने पर सिवनी-बहेराडीह-सुखरीकला सड़क मार्ग के मध्य स्थित जमड़ी नाला का पुल पानी डूब जाता है, जिससे दर्जनों गावों के लोगों का संपर्क टूट जाता है. जर्जर इस पुल को सड़क मार्ग से ऊपर उठाने की मांग क्षेत्र के लोगों ने शासन और प्रशासन से कई बार किया है.
चुनाव के समय भी क्षेत्र के ग्रामीण इस पुल को लेकर प्रत्याशी को खरी खोटी बातें भी सुनाते हैं, मगर चुनाव जीत जाने के बाद ग्रामीणों को सांसद, विधायक, मंत्री एक ही शब्द से सम्बोधित करते हैं कि अगले साल बन जायेगा और वह अगला साल अब नहीं आ सका है ? जनप्रतिनिधियों की इस तरह की बातें सुन-सुनकर क्षेत्र के ग्रामीण बहरे हो गए हैं. इस साल भी कांग्रेसी नेता कहने लगे हैं कि इस सड़क मार्ग को तथा जमड़ी नाला पुल को ऊपर उठाने के लिए राशि स्वीकृति हो चुकी है और इस सड़क मार्ग का टेंडर भी हो चुका है.
फोरलेन का काम पूर्ण होने के तत्काल बाद निर्माण कार्य शुरू कराने की बात की जा रही है, लेकिन इस बारिश में लोगों को फिर परेशान होना पड़ेगा. ग्रामीणों ने बताया कि बरसात में बाढ़ से ज़ब यह पुल डूब जाता है तो चार से पांच फिट पानी ऊपर बहता है, जिससे क्षेत्र के सिवनी, चांपा, जांजगीर, बालपुर, बहेराडीह, जाटा, सुखरीकला, सुखरीखुर्द, सिधरामपुर, नवापारा, अमलडीहा आदि गावों में आवागमन पूर्ण रूप से बंद हों जाता है. सालों बाद भी इस पुल को ऊपर नहीं उठाने पर शासन और प्रशासन के प्रति क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी आक्रोश ब्याप्त हैं.