दुनिया की कई बड़ी कंपनियां हाइड्रोजन वाहनों को विकसित करने में लग गई हैं. इन्हें इलेक्ट्रिक कारों का बेहतर विकल्प माना जा रहा है. इलेक्ट्रिक कारें धुआं तो नहीं छोड़ती लेकिन इन्हें तैयार करने में भी काफी मात्रा में कार्बन उत्सर्जन (Carbon Emission) होता है. इलेक्ट्रिक वाहनों की लिथियम आयन बैटरी को तैयार करने में भी प्रदूषण फैलता है. इन्हीं कारणों के वजह से अब कई कंपनियां हाइड्रोजन वाहनों को अधिक स्वच्छ विकल्प के रूप में देख रही हैं.
हइड्रोजन कारों की बात करें, तो इसमें टेलपाइप एमिशन (Tailpipe Emission), यानी गाड़ी के एग्जॉस्ट से निकलने वाला उत्सर्जन शून्य है. आसान भाषा में समझें, तो हाइड्रोजन कार उत्सर्जन ही नहीं करती, क्योंकि इसके इंजन में किसी भी प्रकार का जैविक ईंधन नहीं बल्कि हाइड्रोजन जलता है, जिसे प्राकृतिक तरीके से भी तैयार किया जा सकता है. हाइड्रोजन कार के इंजन से उत्सर्जन के तौर पर केवल पानी निकलता है. इंटरनेट पर आपको ऐसे कई वीडियो मिल जाएंगे जिसमें लोग हाइड्रोजन कार से निकलने वाले पानी को पीते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन क्या इसे पीना सुरक्षित है? आइये जानते हैं…
हाइड्रोजन पानी में कैसे बदलता है?
हाइड्रोजन कार से निकलने वाले पानी को पीना सुरक्षित है या नहीं, यह जानने ये पहले आपको यह जानना जरूरी है कि हाइड्रोजन कार के इंजन से पानी क्यों निकलता है. दरअसल, हाइड्रोजन कार के इंजन में भी कम्बशन की प्रक्रिया होती है. इसमें हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के रिएक्शन से ऊर्जा उत्पन्न होती है जिसे बिजली में कन्वर्ट कर दिया जाता है और इसी बिजली से कार को चलाने के लिए पॉवर मिलती है. हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के रिएक्शन की प्रक्रिया में शुद्ध पानी निकलता है जो टेलपाइप से बाहर निकल जाता है.
क्या पी सकते हैं हाइड्रोजन कार का पानी?
इसका जवाब अगर एक शब्द में दें तो हां हाइड्रोजन कार से निकलने वाला पानी पीने लायक होता है. यह पानी केवल हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के रिएक्शन से तैयार होता है, इसलिए आप इसे पी सकते हैं. लेकिन एक्सपर्ट्स ऐसा करने से मना करते हैं. यह इसलिए क्योंकि कार के टेल पाइप में धुल, मिट्टी और गंदगी जमा हो जाती है, जिसके चलते पानी बाहर आते-आते गंदा हो जाता है. अगर आप इस पानी को पीने की कोशिश करेंगे तो आपको धूल-मिट्टी की गंध आएगी। इसलिए ये आपके सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है.
फ्यूल सेल कार के फायदे
फ्यूल सेल कारें अभी अपने विकास के चरण में हैं इसलिए दुनिया भर में इन कारों की कीमत बहुत ज्यादा है. कंपनियां हाइड्रोजन कारों को सस्ती और एफिसिएंट बनाने में लगी हैं. हालांकि, इनकी कीमत में कमी तब आएगी जब इनका उत्पादन बड़े स्तर पर किया जाने लगेगा और मार्केट में फ्यूल सेल कारों की डिमांड बढ़ेगी। अगर पर्यावरण के नजरिये से देखा जाए तो एक हाइड्रोजन कार का इलेक्ट्रिक कार के मुकाबले में उत्सर्जन शून्य होता है.