जब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ठुकरा दिया था ‘गुटखा’ का विज्ञापन, भारी-भरकम रकम देने को तैयार थी कंपनी

नई दिल्ली: टीवी अभिनेत्री से नेत्री और फिर केंद्रीय मंत्री बनी भाजपा नेत्री स्मृति ईरानी का एक इंटरव्यूव सुर्ख़ियों में है। यह साक्षात्कार उन्होंने रणवीर इलाहाबादिया के साथ यूट्यूब पर दिया है। इस बातचीत में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ने कई बड़े खुलासे किये है।



इसके अलावा उन्होंने अपने पुराने दिनों को भी याद किया है। इस बातचीत में उन्होंने बताया है कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी मदद के लिए आगे आये थे। इसके अलावा ईरानी ने अपने आर्थिक मुश्किलों को भी याद करते हुए कई बातें बताई है।

इन सबके बीच उन्होंने अपने इंटरव्यूव में एक विज्ञापन की भी चर्चा की। जनसत्ता में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक़ उन्होने कहा कि मुझे याद है कि एक दिन कोई मेरे सेट पर आकर मुझे पान मसाला का विज्ञापन दे रहा था। वह पैसा ठीक 10 गुना था मुझपर बैंक का पैसा बकाया था। मैंने विज्ञापन को अस्वीकार कर दिया और लोगों ने मुझे ऐसे देखा जैसे कि मैं बिल्कुल पागल हो गईं हूं।

मुझे पता था कि वहां परिवार देख रहे थे, युवा देख रहे थे। क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति की कल्पना कर सकते हैं जो आपको परिवार का हिस्सा होने का एहसास करा रहा हो (तुलसी) और अचानक पान मसाला बेचना शुरू कर दिया।

स्मृति ईरानी का राजनीतिक सफर

स्मृति ईरानी बताती है कि वह बचपन से आरएसएस का हिस्सा रही हैं। उनके दादाजी आरएसएस स्वयंसेवक थे और मां जनसंघी। 2003 में बीजेपी ज्वाइन करने के बाद स्मृति 2004 में महाराष्ट्र यूथ विंग की वाइस-प्रेसिडेंट बनीं। 2004 में दिल्ली की चांदनी चौक सीट से कांग्रेस के कपिल सिब्बल के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ीं, लेकिन हार गईं। साल 2010 में स्मृति बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव और महिला विंग की अध्यक्ष बनीं। साल 2014 में यूपी की अमेठी सीट से राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा लड़ी, लेकिन यहां भी हार गईं।

इसके बावजूद मोदी ने इन्हें केंद्रीय मानव संसाधन और विकास मंत्री बनाया। इसके बाद उन्हें कपडा मंत्रालय सौंपा गया। 2018 में उन्होंने फिर से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा और इस बार अमेठी से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। वर्तमान में स्मृति ईरानी महिला बाल विकास मंत्री है।

error: Content is protected !!