1985 में आई ब्लॉकबस्टर तूफानी फिल्म, जितनी मिली तारीफ उतना ही मचा बवाल, सवालों के घेरे में घिर गए थे राज कपूर

मुंबईः 80 के दशक में एक फिल्म रिलीज हुई, जिसे लेकर खूब कॉन्ट्रोवर्सी हुई. हर तरफ बस इसी फिल्म के चर्चे थे. फिल्म के पोस्टर, गानों, सीन से लेकर अभिनेत्री तक पर बवाल कट गया था. वैसे तो बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म हिट साबित हुई, लेकिन फिल्म में अभिनेत्री की सफेद झीनी साड़ी और कुछ दूसरे सीन्स को लेकर फिल्म के डायरेक्टर राज कपूर (Raj Kapoor) को खूब खरी-खोटी सुननी पड़ी. फिल्म थी ‘राम तेरी गंगा मैली’, जिसने रातोंरात मंदाकिनी (Mandakini) को स्टार बना दिया. करीब 1.44 करोड़ के बजट में बनी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 19 करोड़ की कमाई की थी.



फिल्म में कई बोल्ड सीन थे, जिन्होंने हर तरफ बवाल खड़ा कर दिया था. ऐसे में फिल्म को लेकर खुद ‘शोमैन’ को सामने आना पड़ा. फिल्म के ‘झरना वाले सीन’ को लेकर मचे बवाल पर राज कपूर ने अपना पक्ष रखते हुए कुछ वेस्टर्न फिल्मों का उदाहरण दिया और कहा कि जब वेस्टर्न फिल्ममेकर ऐसी फिल्में बनाते हैं तो उनकी तारीफ की जाती है. उन्हें क्रिएटिव कह जाता है, लेकिन जब भारत में ऐसी फिल्में बनाई जाती हैं तो उनकी आलोचना होती है.

आलोचकों ने ‘राम तेरी गंगा मैली’ के कई सीन्स पर आपत्ति जताई, लेकिन तब राज कपूर ने एक ही जवाब दिया. उन्होंने कहा- ‘जब फैडरीको फैलिनी (नामी इटैलियन फिल्म मेकर) ने अपनी फेमस फिल्म Amarcord में न्यूड महिलाओं को दिखाया तो इसे आर्ट और कला कहा गया. हर तरफ उनकी फिल्म की तारीफ हुई. यही नहीं इस फिल्म ने फिल्म फेस्टिवल में अवॉर्ड भी जीते. लेकिन, जब मैंने फिल्म बनाई, मैं कुछ करता हूं तो उसे शोषण और अश्लील कहा जाता है.’ यही नहीं, मंदाकिनी को भी कभी ये सीन करने का पछतावा नहीं रहा.

1985 में आई राम तेरी गंगा मैली में राजीव कपूर ने लीड रोल निभाया था और उनके साथ मंदाकिनी नजर आई थीं. हालांकि, पिता का प्रोडक्शन हाउस होने के बाद भी राजीव कपूर ने अपना डेब्यू आरके स्टूडियो की फिल्म से नहीं किया था. उनकी पहली फिल्म ‘एक जान हैं हम’ थी, जिसके डायरेक्टर राजीव मेहरा थे. फिल्म की शूटिंग पोर्ट ब्लेयर की आउटडोर लोकेशंस पर हुई थी. तब लोगों को इस बात की जानकारी भी नहीं थी कि राजीव, राज कपूर के बेटे हैं.

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