जांजगीर. सरकारी क्वार्टर में थे सीएमओ और कर्मचारी, तभी बढ़ गया महानदी का जलस्तर, अन्य लोग नाव लेकर गए तो बाहर निकले सीएमओ और कर्मचारी, फिर नाव से ही 2 फीट तक भरे नगर पंचायत दफ्तर का सीएमओ ने किया निरीक्षण

जांजगीर-चाम्पा. चन्द्रपुर में महानदी के उफान में आने के बाद नगर पंचायत दफ्तर समेत दर्जन भर ऑफिस में पानी भर गया था. गुरुवार को चन्द्रपुर के सीएमओ मोहन विश्वकर्मा और कुछ कर्मचारी, डूबान क्षेत्र के सरकारी क्वार्टर में थे, तभी जलस्तर बढ़ गया और महानदी का पानी, क्वार्टर में घुस गया. इस दौरान सीएमओ और अन्य कर्मचारियों को लेने नाव से स्थानीय लोग पहुंचे और सीएमओ समेत कर्मचारियों को पानी से भरे क्वार्टर से बाहर निकाला गया.

दरअसल, महानदी का जलस्तर बढ़ने के दौरान सीएमओ और कुछ कर्मचारी, सरकारी क्वार्टर में थे. इस बीच रात में महानदी का जलस्तर बढ़ा तो क्वार्टर में पानी भर गया. यहां नाव नहीं थी. फिर दूसरे लोग नाव लेकर पहुंचे और सीएमओ, कर्मचारियों को बाहर लेकर आए. इसके बाद नाव से सीएमओ ने नगर पंचायत दफ्तर का भी निरीक्षण किया, जहां 2 फ़ीट पानी भरा हुआ था. चन्द्रपुर में 50 से ज्यादा परिवार, महानदी में जलस्तर बढ़ने से प्रभावित हुए, जिन्हें राहत शिविर में जगह दी गई. चन्द्रपुर के कई दफ्तरों में अभी भी पानी भरा हुआ है.

आपको बता दें, चन्द्रपुर का अधिकतर दफ्तर डूबान क्षेत्र में है, जिसके चलते महानदी का जैसे ही जलस्तर बढ़ता है तो यहां कई फ़ीट तक पानी भर जाता है. डूबान क्षेत्र होने से यहां यह हर साल की समस्या है, फिर भी नए दफ्तर के भवनों का निर्माण भी इसी इलाके में किया जा रहा है, यह बड़ी विडंबना है.



नगर पंचायत चन्द्रपुर के सीएमओ मोहन विश्वकर्मा ने बताया कि जलस्तर बढ़ने के पहले सरकारी दस्तावेजों को सुरक्षित कर लिया गया था. आसपास के सरकारी क्वार्टर में रहने वाले कर्मचारी चले गए थे. यहां स्थिति का जायजा लेने के लिए सरकारी क्वार्टर में मौजूद थे. महानदी के जलस्तर बढ़ने से डूबान क्षेत्र में होने से एसएलआर सेंटर में बनाई जा रही केंचुआ खाद पानी में बह गई है. इसके अलावा दफ्तरों में पानी घुसने से नुकसान हुआ है. चन्द्रपुर में यह हर साल की समस्या है, क्योंकि सभी सरकारी दफ्तर के डूबान क्षेत्र में है.

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