आरआरबी की ओर से आयोजित एनटीपीसी सीबीटी-1 के परीक्षा के नतीजों में गड़बड़ी से नाराज अभ्यर्थी बिहार में कई जगह पर प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार को शुरू हुआ अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन मंगलवार को काफी उग्र हो गया. हजारों की तादाद में छात्रों ने रेलवे स्टेशन से लेकर रेलवे ट्रैक तक जाम कर दिए और आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट में खामियों के आरोप लगाए. हालांकि रेलवे ने इन आरोपों को खारिज किया है.
फिलहाल, अब रेल मंत्रालय की ओर से नोटिस जारी कर प्रदर्शन कर रहे नाराज अभ्यर्थियों पर लगाम कस दी गई है. रेल मंत्रालय की ओर से आज जारी एक सार्वजनिक सूचना में कहा गया है कि उसके संज्ञान में ये बात आई है कि रेलवे की नौकरी के आकांक्षी उम्मीदवार बर्बर/गैरकानूनी गतिविधियों जैसे कि रेल की पटरी पर विरोध प्रदर्शन, ट्रेन संचालन में व्यवधान उत्पन्न करने और रेल की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने आदि गतिविधियों में शामिल हैं.
इस सूचना में आगे कहा गया है कि इस तरह की गुमराह करने वाली गतिविधियां अनुशासनहीनता का उच्चतम स्तर है. यह ऐसे उम्मीदवारों को रेल/सरकारी नौकरी के लिए अनुपयुक्त बनाती हैं. वहीं, विशेष एजेंसियों की सहायता से ऐसी गतिविधियों से संबंधित वीडियो की जांच की जाएगी. इसके बाद इन गैर-कानूनी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले उम्मीदवारों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, उन्हें रेलवे की नौकरी प्राप्त करने के संबंध में आजीवन प्रतिबंधित भी किया जा सकता है.
इस नोटिस में आगे इसका उल्लेख किया गया है कि रेल भर्ती बोर्ड (आरआरबी) सत्यनिष्ठा के उच्चतम मानकों को बनाए रखते हुए निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया संचालित करने के लिए प्रतिबद्ध है. रेलवे की नौकरी के आकांक्षी/उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे गुमराह न हों या ऐसे तत्वों के प्रभाव में न आएं, जो अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए उनका इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं.
आपको बता दें कि बिहार में अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के दौरान कई जगहों पर रेल को रोका गया और पुलिस से भिड़ंत भी हुई. जिसके कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें प्रदर्शनकारी और पुलिस आमने सामने दिखाई पड़ रहे हैं, जबकि कई जगहों पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठी भी भांजी, वहीं हजारों की तादाद में छात्रों के प्रदर्शन से तमाम ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है.