लव, शक और धोखा : गर्लफ्रेंड को मोबाइल में दूसरे के साथ देख युवक ने उठाया खौफनाक कदम, जिसे सुनकर दहल गए लोग

वेलेंटाइन डे पर ब्वॉयफ्रेंड से मिलने के लिए दिल्ली से परिजनों को बिना बताए आई युवती को शायद यह नहीं मालूम था कि यह प्रेमी से उसकी आखिरी मुलाकात साबित होगी। मुलाकात के दौरान प्रेमी ने जब गर्ल फ्रेंड का मोबाइल चेक किया तो वह अपना आपा ही खो बैठा।



मोबाइल में उसकी प्रेमिका की दो और युवकों के साथ आपत्तिजनक स्थिति में होने का फोटो और वीडियो पड़े थे। इसके बाद युवक ने गर्लफ्रेंड का गला कस दिया और उसे मौत के घाट उतारने के बाद शव को बोरे में भरकर पुराने कुएं में फेंक दिया। काफी सफाई से काम करने के बावजूद वह बच नहीं सका।

तेलियरगंज शिलाखाना की रहने वाली शालिनी की हत्या उसके दोस्त रवि ठाकुर ने अकेले ही की थी। उसने गुनाह कुबूल करते हुए बताया कि शालिनी उसे धोखा दे रही थी। उसके मोबाइल में दूसरे लड़कों के साथ उसकी फोटो और वीडियो देखकर वह आपा खो बैठा और गला दबाकर शालिनी की हत्या कर दी। इतना ही लाश को भी खुद बोर में भरा और बाइक से कुएं में फेंक आया। पुलिस के मुताबिक पूरे हत्याकांड को रवि ने अकेले ही अंजाम दिया है।

शालिनी का शव बरामद होने के बाद रवि को किया गया था नामजद

शालिनी का शव बरामद होने के बाद घर वालों ने उसके दोस्त रवि ठाकुर और ओम प्रकाश को नामजद किया था। पुलिस ने सिविल लाइंस में लोको कालोनी में रहने वाले रवि को दो दिन पहले ही पकड़ लिया था। बुधवार को रवि को गिरफ्तार कर लिया गया। रवि ने हत्याकांड की कहानी सुनाई तो पुलिस वाले भी हैरान रह गए। दरअसल मूल रूप से बिहार के जहानाबाद का रहने वाला रवि ठाकुर फुटबाल का अच्छा खिलाड़ी है।

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शालिनी भी फुटबाल खेलते थी। चार साल पहले किसी मैच के दौरान दोनों की मुलाकात हुई। इसके बाद दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे। शालिनी ने अपने हाथों में रवि नाम का टैटू भी बनवाया था। उसके परिवार के लोग भी दोनों की दोस्ती के बारे में जानते थे। इंस्पेक्टर सिविल लाइंस वीरेंद्र यादव के मुताबिक पिछले कुछ समय से रवि शालिनी पर शक करने लगा था। दरअसल शालिनी ने अपने दोस्त ओम प्रकाश से भी बात करती थी।

हत्या के बाद शव को बोरे में भरकर सिला, बाइक से ले गया कुएं तक

रवि इस बात से चिढ़ता था। दोनों में कई बार झगड़ा भी हुआ। वेलेंटाइन डे पर शालिनी अपने घरवालों से बिना बताए दिल्ली से प्रयागराज आई थी। रवि स्टेशन से उसे रिसीव करने के बाद लोको कालोनी स्थित अपने घर ले गया। वहां बातचीत के दौरान रवि उसका मोबाइल लेकर देखने लगा। रवि के मुताबिक उसमेें दो लड़कों के साथ शालिनी के वीडियो और फोटोग्राफ थे। रवि आपा खो बैठा। शालिनी के साथ मारपीट करने लगा। जब शालिनी ने भी विरोध किया तो उसने गला दबाकर मार दिया।

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इसके बाद शव को बोरे में बांधकर बाइक से अकेले ही पोलो ग्राउंड स्थित कुएं में फेंक आया। इसके बाद वह रोज अखबार चेक करता था कि कहीं शालिनी का शव बरामद तो नहीं हो गया। जिस दिन शव बरामद हुआ, वह उसी दिन भागने के फिराक में था लेकिन पुलिस ने उससे पहले ही रवि को पकड़ लिया।

होनहार खिलाड़ी से शातिर अपराधी तक का सफर
बिहार के जहानाबाद का रहने वाले रवि का भाई रेलवे में कार्यरत है। उसे रेलवे कालोनी में मकान एलाट हुआ है। वहीं रवि रहता था। रवि फुटबाल का होनहार खिलाड़ी है। लेकिन जिस तरह उसने हत्या को अंजाम दिया और लाश को ठिकाने लगाया, उससे पता चलता है कि उसके अंदर एक शातिर अपराधी भी था। उसने एक शातिर अपराधी की तरह लाश को पहले बोरे में भरा फिर कैंची छेदकर सिला। अकेले ही बोरे में भरी लाश को बाइक से बांधा और कुएं में फेंक आया।

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ओमप्रकाश को क्लीन चिट, हत्या में नहीं मिली भूमिका

शालिनी के घर वालों ने रवि ठाकुर के साथ साथ सलोरी के ओमप्रकाश को भी नामजद कराया था। दरअसल शालिनी का परिवार पहले सलोरी में रहता था। पड़ोस में ओम प्रकाश भी रहता था। शालिनी की उससे दोस्ती थी। वह अक्सर ओमप्रकाश से बात करती थी। रवि इस बात की वजह से शालिनी पर शक करता था। इंस्पेक्टर वीरेंद्र के मुताबिक हत्या में ओमप्रकाश की कोई भूमिका नहीं मिली। उसका नाम एफआईआर से हटा दिया जाएगा।

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