जांजगीर-चाम्पा. पामगढ़ में 11 केवी हाईटेंशन तार की चपेट में आने से पेट्रोल पंप कमर्चारी की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने 2 घण्टे तक चक्काजाम से शिवरीनारायण-बिलासपुर मार्ग पर आवागमन बन्द था. परिजन में इस बात को लेकर आक्रोश था कि बिना सूचना के शव को उठा लिया गया था. परिजन ने मुआवजे की मांग की था. चक्काजाम के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम मौजूद थी. बाद में, पेट्रोल पंप संचालक द्वारा 1 लाख रुपये मुआवजा राशि देने के बाद मामला शांत हुआ.
दरअसल, पामगढ़ के अकलतरा मोड़ के पास जुनेजा पेट्रोल पंप में उस वक्त बड़ा हादसा हो गया, जब कर्मचारी आशीष निर्मलकर, झंडा लगाने के लिए ऊंची सीढ़ीनुमा लोहे को लेकर जा रहा था और वह 11 केवी तरंगित तार की चपेट में आ गया. करंट से आग लग गई और पम्प कर्मचारी धूं-धूं कर जलने लगा था. यहां मौके पर ही कर्मचारी आशीष निर्मलकर की मौत हो गई थी. घटना की सूचना के बाद पुलिस पहुंची थी. यहां जब परिजन पहुंचे तो इस बात को लेकर आक्रोशित हो गए कि बिना सूचना के शव को मौके से उठा लिया गया था.
इसके बाद आक्रोशित लोगों ने चक्काजाम कर दिया है और करीब दो घण्टे से शिवरीनारायण-बिलासपुर मार्ग पर चक्काजाम था. यहां पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर थी और सड़क की दोनों ओर वाहनों की कतार लगी थी. पेट्रोल पंप संचालक द्वारा 1 लाख रुपये मुआवजा देने के बाद मामला शांत हुआ.
पामगढ़ एसडीएम करुण डहरिया ने बताया कि घटना के बाद चक्काजाम किया गया था. पेट्रोल पम्प संचालक ने 1 रुपये की मदद की है. फिलहाल, मार्ग पर आवागमन बहाल हो गया है.