जांजगीर-चाम्पा. बिर्रा पुलिस ने बोरसी गांव में बम्हनीडीह जनपद सीईओ और अन्य अधिकारियों को डंडा लेकर धमकाने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. पुलिस ने एक दिन पहले सरपंच भारती चंद्रा, उसके पति धनेश्वर चन्द्रा समेत 12 ग्रामीणों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया था.
सरपंच, उसके पति और ग्रामीणों का विरोध और अफसरों से हुज्जतबाजी करते वीडियो वायरल भी हुआ था. वीडियो में महिला सरपंच और ग्रामीण, डंडा लेकर अफसरों के सामने खड़े दिख रहे थे. फिलहाल, सरपंच, उसके पति समेत 10 आरोपी फरार है, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है.
दरअसल, बोरसी गांव के पनखत्ती तालाब में जय मां परमेश्वरी मछुआ स्व सहायता समूह को मछली पालन के लिए ठेका दिया दिया गया था. इसके बाद महिला समूह को सरपंच, उसके पति और ग्रामीणों ने तालाब से मछली निकालने से कई बार रोका था. यहां बम्हनीडीह जनपद सीईओ कुबेर सिंह उरेती, मत्स्य निरीक्षक राजन कुजूर और बिर्रा टीआई मोहम्मद तारिक, सरपंच और ग्रामीणों को समझाइश देने पहुंचे तो डंडा लेकर महिला सरपंच और ग्रामीणों ने अफसरों को गाली-गलौज करते धमकाया था.
इस दौरान ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया था, जिसके बाद अफसरों को बैरंग लौटना पड़ा था. ये सब बिर्रा पुलिस की मौजूदगी में हुई थी और ग्रामीणों के आक्रोशित होने पर तालाब से बिना मछली निकलवाए अफसरों को लौटना पड़ा था.
मामले में बिर्रा पुलिस ने बोरसी गांव की सरपंच भारती चंद्रा, उसके पति धनेश्वर चन्द्रा समेत 12 ग्रामीणों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 186, 294, 353 के तहत जुर्म दर्ज किया था. मामले के 2 आरोपी अमरनाथ चन्द्रा और दिलचन्द चन्द्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.