नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन जंग के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण तेल कंपनियों पर पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाने को लेकर दबाव बना हुआ है. इस बीच 4 दिन में तीसरी बार पेट्रोल-डीजल के दाम (Petrol Diesel Rate) बढ़ा दिए गए हैं.
एक दिन पहले देश के टॉप फ्यूल रिटेलर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) एक लीटर पेट्रोल और डीजल पर 80 पैसे की बढ़ोतरी का नोटिफिकेशन फ्यूल डीलर्स को भेज दिया था. नोटिफिकेशन के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 97.81 रुपये होगी जबकि डीजल 89.07 रुपये में एक लीटर मिलेगा. इस बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 4 दिन के भीतर कुल 2.40 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है.
हाल ही में देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान करीब 137 दिनों तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी, जबकि इस दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 45 फीसदी बढ़ गईं. 137 दिन तक 22 और 23 मार्च को 80-80 पैसे प्रति लीटर के दाम बढ़ाए गए. हालाँकि बीते दिन गुरुवार को कीमतें जस की तस रहीं.
खाद्य पदार्थों के बढ़ रहे दाम गुरुवार को कच्चे तेल (Crude Oil) का भाव एक बार फिर 120 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया. कच्चे तेल की मौजूदा कीमतों को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि पेट्रोल के दाम 15 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाए जा सकते हैं. इसका सीधा असर वाहन चालकों के साथ आम आदमी पर भी पड़ने लगा है. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद खाद्य पदार्थों की कीमतें भी बढ़ गई हैं. जिसमें सूरजमुखी, पाम ऑयल, सोया ऑयल, वनस्पति तेल, मूंगफली तेल, गेहूं, आटा और सरसों के तेल शामिल है.