छत्तीसगढ़: यहाँ पुलिस-नक्सलियों के बीच मुठभेड़, जान बचाकर भागे माओवादी, जवानों ने किया नक्सल कैंप ध्वस्त

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में शुक्रवार की शाम डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। आमाबेड़ा क्षेत्र में नक्सलियों के जमावड़े की सूचना मिली थी, जिसके बाद सर्चिंग ऑपरेशन लांच किया गया था।



बरसते पानी में जवान जंगल के अंदर घुसे तब घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी मोर्चा संभाला और मुंहतोड़ जवाब दिया। दोनों ओर से करीब एक घंटे तक रुक-रुक कर फायरिंग हुई है।

मिली जानकारी के मुताबिक आमाबेड़ा क्षेत्र में डीआरजी जवान सर्चिंग पर निकले थे। जंगल में छिपे नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी।

जवानों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। जवानों को भारी पड़ता देख माओवादी जंगल का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए। गोलीबारी रुकने के बाद डीआरजी जवानों ने सर्चिंग शुरू की तब नक्सलियों का कैंप मिला।

जवानों ने माओवादियों के कैंप को ध्वस्त कर दिया। कैंप से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री, किताबें, दवाइयां, नक्सली वर्दी, बर्तन, खाने का सामान बरामद किया गया है। फिलहाल जवान जंगल में ही मौजूद हैं और इलाके की सर्चिंग कर रहे हैं।

जवान सर्चिंग ऑपरेशन चला रहे

कांकेर एसपी शलभ कुमार सिन्हा ने बताया कि बड़ी संख्या में नक्सलियों के जंगल में होने की जानकारी मिली थी। जवान सर्चिंग पर निकले थे, तभी उनकी नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। जवानों को भारी पड़ता देख माओवादी भाग खड़े हुए। जवानों ने नक्सलियों का एक कैंप ध्वस्त कर दिया है और भारी मात्रा में नक्सल सामग्री और दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई है।

जवान सर्चिंग ऑपरेशन चला रहे हैं। बता दें कि मॉनसून में भी ऑपरेशन चल रहा है। दंतेवाड़ा व सुकमा जिले में 4 हार्डकोर नक्सली मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। नक्सलियों पर 20 लाख से ज्यादा का इनाम था।

error: Content is protected !!