Janjgir Action : शराब पकड़ने के नाम पर घर घुसकर दो भाइयों की पिटाई करने वाला एक आरक्षक सस्पेंड, नगर सेना के जवान को थाने से हटाया जाएगा, SDOP कर रहे हैं मामले की जांच, 7 आरक्षक पर आरोप

जांजगीर-चाम्पा. पामगढ़ थाने के सेमरिया गांव में शराब पकड़ने के नाम पर घर में घुसकर मारपीट करने वाले 7 आरक्षकों में से एक आरक्षक महेंद्र राज को सस्पेंड कर दिया है, वहीं एक नगर सेना के जवान चंद्रशेखर प्रधान को थाने से हटाया जाएगा. मामले की जांच एसडीओपी निकोलस खलखो के द्वारा की जा रही है. उनका कहना है कि शिकायत में 2 नामजद आरक्षक समेत 7 आरक्षकों द्वारा घर घुसकर मारपीट करने का जिक्र है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.



दरअसल, सेमरिया गांव के चंदन गोंड़ और जितेंद्र गोंड़ के घर 7 आरक्षक पहुंचे और शराब बेचने-बनाने को लेकर घर की तलाशी ली. जब कुछ नहीं मिला तो दोनों भाई चंदन और जितेंद्र को 7 आरक्षकों ने खुद से लाए रॉड और डंडे से इतना पीटा कि एक भाई अधमरा हो गया और जमीन पर गिर गया. इसके बाद सभी आरक्षक भाग गए. हद तो तब हो गई, जब पीड़ित दोनों भाई अपने जख्मों के साथ एफआईआर दर्ज कराने थाने पहुंचे तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. फिर दोनों पीड़ित भाईयों ने एसपी ऑफिस जांजगीर पहुंचकर कार्रवाई की गुहार लगाई. इस बीच पामगढ़ विधायक इंदु बंजारे भी एसपी दफ्तर पहुंची और पुलिस अफसरों को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की.

इसके बाद, पुलिस अफसर हरकत में आए तो एक आरक्षक महेंद्र राज को सस्पेंड कर दिया गया है और नगर सेना के जवान को हटाने की कार्रवाई की जा रही है, वहीं अन्य 5 आरक्षकों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.

 

SDOP कर रहे हैं जांच : एडिशनल एसपी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद जांच का जिम्मा एसडीओपी को दिया गया है और वे सभी बिंदु पर जांच कर रहे हैं. एक आरक्षक को सस्पेंड किया गया है, वहीं नगर सेना के जवान को थाने से हटाने की कार्रवाई की जा रही है, वहीं मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

 

थाना प्रभारी ने कहा, मुझे पता नहीं था
पामगढ़ थाना प्रभारी ओमप्रकाश कुर्रे से जब सेमरिया की घटना को लेकर बात की गई तो उन्होंने बताया कि आरक्षकों के सेमरिया जाने की उन्हें जानकारी नहीं थी, उन्हें घटना की जानकारी आज मिली है. ऐसे में समझा जा सकता है कि थाने में पोस्टेड आरक्षक, किसकदर मनमानी पर उतर आए हैं. यहां अहम सवाल यह भी है कि बिना किसी जिम्मेदार अधिकारी को साथ लिए आरक्षक, किसी के घर में घुस जा रहे हैं, यह गम्भीर मामला है. फिलहाल, सेमरिया में हुई घटना के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं.  

 

बिर्रा के आरक्षकों पर भी हुई थी कार्रवाई
शराब तस्कर से शराब पकड़ने के बाद कार्रवाई नहीं करने वाले 2 आरक्षकों पर कार्रवाई की गई थी. यहां भी ये आरक्षक अपने दायरे से बाहर जाकर कार्य किए थे और ड्यूटी जगह से बाहर जाकर शराब तस्कर से रुपये ऐंठे थे. यहां भी इन आरक्षकों ने किसी जिम्मेदार पुलिस अधिकारी को साथ नहीं लिया था. आरक्षक इस तरह के हथकंडे केवल वसूली के लिए आजमा रहे हैं और शराब तस्कर ही इनके टारगेट में है.

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