JanjgirChampa News : बाढ़ से प्रभावित 416 लोगों को राहत शिविर में ठहराया गया,भोजन की व्यवस्था की गई, जन व पशुहानि नहीं, 7 मकान पूर्ण और 90 मकान आंशिक क्षतिग्रस्त, कलेक्टर ने सतर्कता बरतने के दिए निर्देश

जांजगीर-चाम्पा. जिले में बारिश और महानदी के जल स्तर बढ़ने के पश्चात इससे प्रभावित आम नागरिको और ग्रामीणों को जिला प्रशासन द्वारा राहत शिविरों में ठहराया जा रहा है। यहाँ इनके भोजन आदि की व्यवस्था भी की गई है। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा जिले में बाढ़ तथा बारिश से प्रभावित लोगों की जानकारी सतत ले रहे हैं और राहत शिविरों की मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं। जिले में बनाए गए राहत शिविरों में अब तक 416 लोगों को ठहराया गया है। जिले के लिए यह भी राहत वाली बात है कि आज मौसम खुला रहा और बाढ़ आपदा राहत नियंत्रण कक्ष के हेल्पलाइन नम्बर में किसी के भी फोन नहीं आए। कलेक्टर ने महानदी सहित अन्य नदी-नालों में पानी के प्रवाह की गति को देखते हुए आमनागरिको को ऐसे जगहों पर नहीं जाने और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।



कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जिले में विगत तीन-चार दिनों से हो रही लगातार वर्षा एवं बाढ़ की सम्भावित स्थिति को देखते हुए बाढ़ तथा आपदा से बचाव के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए थे। उनके निर्देश पर क्षेत्र में बारिश और धमतरी जिले के गंगरेल बांध से पानी छोड़े जाने के बाद महानदी के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए राहत एवं बचाव दल को अलर्ट किया गया है। हालांकि मौसम खुलने से कुछ राहत है, लेकिन जिला प्रशासन हर प्रकार की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। इसी कड़ी में आज जिले में डभरा तहसील चंद्रपुर में 278, सकराली में 103 लोगों को राहत शिविर में लाकर उनके भोजन और आवास की व्यवस्था की गई है।

पामगढ़ तहसील के ससहा में 23 लोगों, और खरखौद में 12 लोगों को राहत शिविर में रखा गया है। जिले में बारिश और बाढ़ से किसी प्रकार की जनहानि या पशुहानि की सूचना नहीं है। बारिश से 7 मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं और 90 मकान आंशिक क्षति पहुँची है। जिले में बाढ़ और अप्रिय स्थिति से निपटने हेतु एवं नागरिकों की सुरक्षा के लिए आपदा नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है, जिसका हेल्पलाइन नम्बर – 07817-222032 है ।

कलेक्टर श्री सिन्हा ने सभी नागरिकों से भी अपील की है कि महानदी में अभी भी जल का स्तर बढ़ा हुआ है और पानी का बहाव बहुत तेज है। इसलिए सभी सतर्क रहें और न ही पुल पार करे और बाढ़ वाले क्षेत्रों में न जाए। कलेक्टर ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को सतर्कता बरतने और किसी भी स्थिति से निपटने तैयार रहने निर्देश भी दिए हैं।

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