टी20 वर्ल्ड कप 2022 का आगाज होने में अब महज कुछ ही दिन बाकी है, मगर टीम इंडिया की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए 15 खिलाड़ियों की टीम का ऐलान तो कर दिया है, मगर भारत अभी भी अपनी प्लेइंग इलेवन तय नहीं कर पा रहा है।
रोहित शर्मा के पास वर्ल्ड कप 2022 से पहले 6 इंटरनेशनल मैच में इन तैयारियों को पुख्ता करने का मौका है जिसमें एक वह गंवा चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली टी20 में भारत को 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। यहां टीम की ढीली फील्डिंग और डेथ बॉलिंग एक बार फिर चर्चा का विषय बनी। वहीं पंत या डीके की गुत्थी अभी तक सुलझने का नाम नहीं ले रही है।
टीम इंडिया के लिए प्रॉबलम नंबर 1 यह है कि जडेजा के चोटिल होने के बाद टॉप 6 में कोई बाएं हाथ का बल्लेबाज नहीं है। टीम मैनेजमेंट के पास पंत या डीके में से किसी एक विकेट कीपर की जगह खाली है। कार्तिक फीनिशर की भूमिका अच्छे से निभा रहे हैं, वहीं पंत एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं जो मिडिल ऑर्डर में बाएं हाथ के बल्लेबाज की कमी पूरी कर सकते हैं।
ऐसे में अब किसे मौका दिया जाए और किसे खिलाया जाएगा इसके लिए रोहित के पास अब 5 मौके और हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच की टी20 सीरीज के बाद भारत को इतने मैच की ही टी20 सीरीज साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी खेलनी है।
टीम की प्रॉबलम नंबर 2 ढीली फील्डिंग है। मोहाली में इसका हमें उदहारण देखने को मिला। उप-कप्तान केएल राहुल ने जहां स्टीव स्मिथ का कैच छोड़ा, वहीं अक्षर पटेल ने डीप मिड विकेट में कैमरुन ग्रीन का कैच टपकाया।
यह दोनों कैच भी टीम इंडिया की हार का मुख्य कारण बने। जडेजा के चोटिल होने के बाद भारत की प्वाइंट में तो फील्डिंग कमजोर हुई है लेकिन डीप में भी खिलाड़ी अच्छा नहीं कर पा रहे हैं।
भारत की प्रॉबलम नंबर तीन डेथ ओवर्स हैं। एशिया कप 2022 से नजर आ रहा है कि भारतीय गेंदबाज शुरुआत में तो असरदार दिखते हैं, मगर अंत तक आते आते विपक्षी बल्लेबाजों को वह रोक नहीं पाते। इनमें सबसे बड़ा परेशानी का विषय भुवनेश्वर कुमार की डेथ बॉलिंग हैं।
रोहित हर बार भरोसा कर भुवी को 19वां ओवर थमाते हैं और हर बार यह गेंदबाज निराश करता है। जसप्रीत बुमराह के आने से जरूर इस डिपार्टमेंट में थोड़ा सुधार आएगा, मगर दूसरे छोर से भी बुमराह को मदद की दरकार होगी।
आखिरी और सबसे महत्वपूर्ण प्रबलम खिलाड़ियों की चोट है। रविंद्र जडेजा चोट के चलते वर्ल्ड कप से बाहर हो गए हैं, वहीं बुमराह पूरी तरह फिट नहीं होने की वजह से पहले टी20 में हिस्सा नहीं ले पाए।
मोहम्मद शमी कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद सीरीज से ही बाहर हो गए हैं। वर्ल्ड कप से पहले या टूर्नामेंट के दौरान अगर एक-दो भारतीय गेंदबाज और चोटिल होते हैं तो टीम इंडिया के लिए काफी मुश्किलें खड़ी हो जाएगी। स्टैंडबाय में दीपक चाहर और मोम्हद शमी बौतर तेज गेंदबाज चुने गए हैं।
मगर उन्हें अभी तक उपयुक्त मैच खेलने को नहीं मिले हैं। शमी ने वर्ल्ड कप 2021 के बाद भारत के लिए टी20 नहीं खेला है, वहीं चाहर चोट के बाद वापसी कर रहे हैं।