प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कल छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में बड़ी कार्रवाई की. ईडी की कार्रवाई से सूबे की सियासत गरमा गई है. छापेमारी को लेकर कांग्रेस (Congress) ने सवाल उठाया है. प्रवर्तन निदेशालय की अलग-अलग टीमों ने एक साथ कई जगहों पर छापेमारी की. जांच एजेंसी के निशाने पर थे IAS, CA समेत कई वरिष्ठ अधिकारी जो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के काफी करीबी बताए जा रहे है.
ईडी ने जिन बड़े अधिकारियों पर शिकंजा कसा है उसमें रायगढ़ के कलेक्टर रानू साहू, खनन विभाग के निदेशक आईएएस अधिकारी जेपी मौर्या, रायपुर में CHiPS के अधिकारी समीर विश्नोई और कांग्रेस नेता सूर्यकांत तिवारी समेत कई बड़े नाम शामिल हैं. छापेमारी के लिए ईडी की टीम ओडिशा और पश्चिम बंगाल की गाड़ी में पहुंची थी. सूत्रों के मुताबिक छापेमारी में 4 करोड़ रुपये नगदी, करोड़ों की ज्वैलरी और कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं.
ईडी की कार्रवाई के बाद गरमाई सियासत
ई़डी की कार्रवाई के बाद कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने आ गई है. जहां एक तरफ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूरी कार्रवाई को चुनाव से जोड़ दिया है. वहीं, बीजेपी ने पलटवार करते हुए बघेल को सोनिया का ATM करार दिया है. सीएम भूपेश बघेल का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी सीधे लड़ नहीं पा रही है. इसलिए ईडी, आईटी के माध्यम से लड़ने की कोशिश कर रही है. मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह फिर आएंगे, ये आखिरी नहीं हैं.
तो वहीं, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि मैंने पहले भी कहा था, कई साल से बोल रहा हूं कि भूपेश बघेल सोनिया गांधी के एटीएम हैं, ये बात मैं दोबारा कह रहा है. अवैध वसूल हो रही है राज्य में.