जांजगीर-चाम्पा. दुनिया में बहुत बिरले लोग होते हैं, जो जीते जी देहदान का संकल्प लेते हैं और उनका परिवार भी संहर्ष स्वीकार करते हैं. सुन्दरलाल कौशिक देवपुरूष थे, जिनका पूरा जीवन क़ृषि क्षेत्र, समाजहित, देशहित में व्यतीत हुआ है.
उक्त बातें बलौदा जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव ने अपने गोदग्राम बहेराडीह के वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल परिसर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को मुख्य अतिथि की आसंदी से ब्यक्त किया. उन्होंने आगे कहा कि मृत्यु के दो साल पहले ही चाम्पा शहर से लगे कमरीद गाँव के प्रगतिशील किसान सुन्दरलाल कौशिक ने अपना जिस दिन पिंडदान किया, उन्हें उसी दिन ही मोक्ष मिल गया है.कार्यक्रम में चांपा क़ृषि उपज मंडी की अध्यक्ष चुड़ामणि राठौर समेत उपाध्यक्ष रामभरोस यादव, चन्द्रकुमार राठौर, रामखिलावन यादव, दीनदयाल यादव, राजाराम यादव, शिक्षिका ऋतम्भरा कश्यप, शिशुपाल कश्यप, मनीराम चौहान, गुरुकुल कान्वेंट स्कूल बहेराडीह के संचालक रमेश कुमार चौहान, रणजीत कश्यप आदि ने अपने विचार व्यक्त किए.
इस अवसर पर बहेराडीह की उपसरपंच चंदा सरवन कश्यप, साहित्यकार राघवेंद्र नामदेव, श्रवण कश्यप, प्रायमरी स्कूल प्रधानपाठक सुखीराम यादव, विपिन तिवारी, मिडिल स्कूल प्रधानपाठक गोपी यादव, जाटा स्कूल के शिक्षक बद्री विशाल कौशिक, नारी शक्ति महिला ग्राम संगठन सचिव पुष्पा यादव, सक्रिय महिला ललिता यादव, राजकुमारी यादव, सकून यादव, अमरीका यादव, पुष्पा यादव, लक्ष्मीन यादव, नेतराम यादव, सुधराम यादव, लखन कश्यप, रविशंकर यादव समेत अंचल के शिक्षक, प्रगतिशील किसान, साहित्यकार, बिहान समूह और ग्रामीण भारी संख्या में उपस्थित थे.