पटना समेत पूरे बिहार में गुरुवार को जमकर बदरा बरसे। जिससे मौसम सुहाना हो गया। हालांकि, ये बारिश कहर बनकर भी टूटी। प्रदेश में वज्रपात से आठ लोगों की मौत हो गई।
मृतकों में जमुई, मुंगेर, गया व खगड़िया के एक-एक और लखीसराय-शेखपुरा के दो-दो व्यक्ति शामिल हैं। इनमें तीन लोगों की जान खेत में काम करने के दौरान हो गई। वहीं, एक की मौत पशु चराने के दौरान हुई।
इधर, जमुई में घर के बाहर खेल रहे बच्चे पर भी आकाशीय बिजली गिर गई। इसी तरह शेखपुरा में आठ वर्षीय बच्चा आकाशीय बिजली की चपेट में उस वक्त आ गया, जब वह अपने तीन दोस्तों के साथ बारिश में स्नान कर रहा था।
अगले तीन दिनों तक पटना समेत प्रदेश के शेष जिलों में हल्की वर्षा और एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है।
खेत से वापस लौट रहे किसान की मौत
इधर, फतेहपुर थाना क्षेत्र के चरोखरीगढ़ पंचायत के तीननवा निवासी 50 वर्षीय रामविलास यादव की वज्रपात की चपेट में आने से गुरुवार को मौत हो गई। रामविलास दोपहर बाद हो रही वर्षा के वक्त खेत में बिचड़ा बुनने की तैयारी कर घर वापस आ रहे थे। तभी तेज मेघ गर्जन हुआ और रामविलास वज्रपात के शिकार हो गए।
जिला पार्षद प्रेम कुमार घटना पर शोक प्रकट करते हुए जिलाधिकारी से आपदा राहत कोष से तत्काल स्वजन को सहायता प्रदान करने की मांग की है।
वहीं, शेखपुरा के चेवाड़ा प्रखंड के राजोपुर गांव में आठ वर्षीय चंदन कुमार और शेखोपुरसराय प्रखंड के कबीरपुर गांव में 12 वर्षीय बिपाशा कुमारी की मौत वज्रपात से हो गई।
बारिश में नहाने के दौरान हादसा
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, चेवाड़ा प्रखंड के राजोपुर गांव में संजय बिंद के आठ वर्षीय पुत्र चंदन कुमार अपने दो अन्य दोस्तों के साथ बारिश में स्नान कर रहा था। इसी दौरान वह वज्रपात की चपेट में आ गया। उसके तीन दोस्त मौके पर ही बेहोश होकर गिर गए। सभी को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने चंदन को मृत घोषित कर दिया।
बारिश से छुपने के दौरान गई जान
उधर, शेखोपुरसराय के कबीरपुर गांव के थोड़ी दूर पर बने गोशाला में बारिश होने पर सभी लोग छुपे हुए थे। इसी दौरान सभी लोग वज्रपात की चपेट में आ गए। गोशाला की छत करकट की होने से यह मामला सामने आया। इसमें चार लोग जख्मी हुए, जिसमें बिपाशा कुमारी की मौत हो गई। वहीं, उसकी मां दौलती देवी के साथ सरिता देवी और कन्हैया कुमार जख्मी हो गए।