Baheradih Rakhi : बहेराडीह की महिलाओं ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को भेजी साग-भाजी और फल-फूल के रेशे से निर्मित हर्बल राखी, वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह में खूब बिक रहीं हर्बल राखी

जांजगीर-चाम्पा. बहेराडीह गांव के बिहान की महिलाएं साग-भाजी और फल-फूल के रेशे से निर्मित राखी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को राखी भेजी हैं, वहीं वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह में यह हर्बल राखी खूब बिक रही हैं. पिछले सप्ताह जिला मुख्यालय में स्थित ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित आरसेटी बाजार में बलौदा ब्लॉक अंतर्गत कुरदा कलस्टर के गंगे मईय्या स्व सहायता समूह की महिलाओं ने केला, अलसी, भिंडी, कमल, अमारी और चेचभाजी के रेशे से निर्मित राखियां आकर्षण का केंद्र रही. इस तरह की हर्बल राखी लोगों को खूब पसंद आ रही हैं.



संस्थान के डायरेक्टर लक्ष्मीनारायण सिंकू ने बताया कि ग्राम बहेराडीह की 35 महिलाओं को कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ के निर्देशन पर दस दिवसीय सब्जी खेती और नर्सरी प्रबंधन का प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर दीनदयाल यादव द्वारा दिया गया है. तब से यहाँ की महिलाएं अपने घरों के पीछे बाड़ी में किचन गार्डन, सब्जी खेती और साग भाजी, फल फूल के रेशे से कपड़ा और राखी बनाने का काम करके खूब आमदनी ले रही हैं. प्रशिक्षण के बाद महिलाओ की आजीविका गतिविधियों को देखने छत्तीसगढ़ राज्य आरसेटी के नियंत्रक अरुण कुमार सोनी भी यहाँ पर आ चुके हैं.

बहेराडीह गांव को गोद लेने वाली बलौदा जनपद उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव ने बताया कि पिछले साल की तरह इस बार भी हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को साग-भाजी और फल-फूल के रेशे से निर्मित राखी भेजी गई हैं. नारी शक्ति महिला ग्राम संगठन के सचिव पुष्पा यादव, सक्रिय महिला ललिता यादव और एफएलसीआरपी रेवती यादव ने बताया कि किसान स्कूल में हमर संगवारी किसान उत्पादक कंपनी के डायरेक्टर रामाधार देवांगन और दीनदयाल यादव के मार्गदर्शन में बनाई गई अलसी, केला, भिंडी, कमल, अमारी और चेच भाजी के रेशे से निर्मित राखी और कपड़ा हमेशा विक्रय हेतु लोगों को मिलने लगे हैं.

 

31 अगस्त को महिलाएं पेड़-पौधों को बांधेगी राखी, मनेगी ‘प्रकृति राखी’ त्योहार

किसान स्कूल परिसर में 31 अगस्त को दोपहर 2 बजे, महिलाएं और बेटियां, पेड़ पौधों को राखी बांधेगी और प्रकृति राखी त्योहार मनाई जाएगी. इस अवसर पर पेड़ पौधों की पूजा-अर्चना कार्यक्रम भी रखा गया है. समाजसेवी डॉ. सुरेश कुमार देवांगन ने बताया कि प्रकृति राखी पर्व में जिले की महिला जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, प्रशासनिक अधिकारी और बिहान की महिलाएं शामिल होंगी. पेड़-पौधों की पूजा पश्चात राखी बांधकर दुनिया को पर्यावरण को बचाने का सन्देश दिया जायेगा. इस अवसर पर भोजली प्रतियोगिता भी आयोजित किया गया है और भोजली महोत्सव मनाया जाएगा. बाजे गाजे, कर्मा नृत्य के साथ धूमधाम से प्रकृति राखी तिहार मनाया जाएगा और फिर भोजली विसर्जन किया जायेगा. इस मौके पर मड़वा की महिलाओं का कर्मा दल आकर्षण का केंद्र होगा.

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