Akaltara News : छत्तीसगढ़ में ना मोदी, ना गांधी चल पड़ी है जोगी की आंधी : अमित जोगी, अजीत जोगी की बहु और अकलतरा की बेटी है ऋचा जोगी, अकलतरा में आयोजित हुआ कार्यकर्ता सम्मेलन

जांजगीर-चाम्पा. छत्तीसगढ़ राज्य की एकमात्र क्षेत्रीय मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय राजनीतिक दल जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर युद्ध स्तर में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। जिसकी शुरुआत पार्टी अध्यक्ष अमित जोगी ने मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र पाटन से की है, तब से लगातार अमित जोगी की सभाओं में जन सैलाब उमड़ रहा है। इसी कड़ी में पार्टी अध्यक्ष अमित जोगी अपनी पत्नी श्रीमती ऋचा जोगी के साथ अकलतरा विधानसभा कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे, जहां अकलतरा की हजारों जनता जोगी दंपत्ति का भव्य स्वागत किया ।



इस दौरान ऐतिहासिक कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा, मेरी पत्नी ऋचा जोगी ने पिछला चुनाव बहनजी के हाथी छाप पर लड़ा था, क्यों लड़ा था, क्योंकि अकलतरा के दुलरवा, अकलतरा के सेवक, और समाज के रक्षक स्व. अजीत जोगी चाहते थे कि समाज के शोषित और दबे कुचलों की आवाज़ आपस में बंटे नही और एक होकर चुनाव लड़े. अकलतरा की भलाई के लिये इस सीट को अजीत जोगी ने बसपा के लिए छोड़ा. मेरी पत्नी ऋचा जोगी भले ही 1800 वोट से हारी, लेकिन उसको जितना आशीर्वाद अकलतरा ने दिया, उतना किसी को नही दिया। जानते हैं क्योंकि…अजीत जोगी की बहू, अकलतरा की बेटी ऋचा जोगी, चुनाव ‘बटन’ में नही, अकलतरा के ‘मन’ में रहती है। उन्होंने कहा मैं पूछता हूँ, क्या मिला आपको पिछले पांच सालों में, सब जान और देख रहे हैं। न विकास हुआ और न ही कोई काम। मिला तो केवल समाज को अपमान। कई घटनायें हुई है यहां….समाज दुखी है, लेकिन हताश नही। उन्होंने इस बार आपको समझना है। अमित जोगी ने राष्ट्रीय दलों पर तंज कसते हुए कहा पंजा का रिमोट, कहाँ है दिल्ली, कमल का रिमोट कहाँ है, दिल्ली…. मेरे साथ बोलिये। पंजे का रिमोट कहाँ है, दिल्ली, कमल का रिमोट कहाँ है दिल्ली और हाथी का रिमोट कहाँ है ….लखनऊ और हाथी का दूसरा रिमोट है, कमल के पास। हाथी अब नही चलता। हाथी की बैटरी खत्म हो गयी है क्योंकि हाथी वाले अब लखनऊ के बाहर नही निकलते। बहनजी लखनऊ में पूरा समय आराम करती है, उन्होंने बसपा का रिमोट भाजपा को दे दिया है, लेकिन ‘ऋचा जोगी’ का रिमोट कंट्रोल अकलतरावासिओं के पास है।

यहीं छत्तीसगढ़ में, यहीं अकलतरा में। मैं पूछता हूँ आपको, क्या अकलतरा दिल्ली और लखनऊ से चलेगा ? या अकलतरा अपनी सेवा करने इस बार अपनी बेटी को चुनेगा? गरीब, असहाय, समाज के अनुसूचित जाति, जनजाति और अतिपिछड़ों को आगे बढ़ना है और अकलतरा को छत्तीसगढ़ ही नही, बल्कि देश की सबसे विकसित विधानसभा बनाना है तो आपको इस बार “एक मौका” अपनी बेटी को देना होगा। इतना आशीर्वाद दीजिये अपनी बेटी को, कि वोट की गिनती के सारे रिकॉर्ड टूट जाये। उन्होंने कहा याद रखिये, आपकी हर समस्या का हल, हल के पास है, हल चलाता किसान के पास है।अकलतरा का मान,हल चलाता किसान।।हल चलाता किसान का बटन दबाना है, अकलतरा वासियों की सरकार बनाना है।

error: Content is protected !!