महाकाल यादराम बाबा मंदिर में सावन जल यात्रा का किया गया आयोजन, गीतकारों को प्रशस्ति पत्र और श्रीफल देकर किया गया सम्मानित, सम्मान मिलने से गीतकारों में दिखा खासा उत्साह, हजारों की संख्या में मौजूद रहे बाबा के भक्त

सक्ती: जिले के मालखरौदा ब्लॉक के भेड़ीकोना गांव के आश्रित गांव डोंगरीडीह के महाकाल यादराम बाबा मंदिर में सावन जल यात्रा का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रशस्ति पत्र और श्रीफल देकर बाबा के गीतकारों का सम्मान किया गया. आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ नागरिक तुलाराम साहू मौजूद रहे. साथ ही, हजारों की संख्या में श्रद्धालु की भीड़ रही. कार्यक्रम को लेकर सभी के चेहरों में खुशी दिखी और गीतकार सम्मान पाकर काफी खुश हुए.



 

 

 

– मंदिर के संचालक धनीराम साहू ने बताया कि प्रत्येक वर्ष सावन के महीने में सावन जल यात्रा का आयोजन किया जाता है. इसमें महाकाल यादराम बाबा जी के भक्त अपनी श्रद्धा से भेड़ीकोना की सोन नदी से कांवड़ में जल भरकर डोंगरीडीह पहुंचते हैं और बाबा का जलाभिषेक करते हैं. प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी हजारों श्रद्धालु भेढ़ीकोना के सोन नदी से कांवड़ में जल भरकर बाबा धाम डोंगरीडीह पहुंचे और बाबा का जलाभिषेक किया.

 

 

– आपको बड़ा दें कि श्रद्धालुओं में महाकाल यादराम बाबा के प्रति बड़ी आस्था है, इसलिए श्रद्धालु तपती गर्मी में खाली पैर, नदी से जल भरकर कांवड़ यात्रा करते हुए बाबा धाम पहुंचते हैं. इसमें महिलाएं भी बड़ी संख्या में भाग लेती हैं.

 

 

 

 

खास बात यह भी है कि यहां, छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों से भी भक्त महाकाल यादराम बाबा के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. खास करके ओडिसा राज्य से बड़ी संख्या में भक्त डोंगरीडीह पहुंचते हैं और बाबा के दरबार में मत्था टेकते हैं.

 

 

 

 

भक्तों की माने तो यहां बाबा के दरबार में श्रद्धा और विश्वास के साथ अपनी-अपनी पीड़ा लेकर भक्त पहुंचते हैं.
डोंगरीडीह के महाकाल यादराम बाबा धाम पहुंचने वाले भक्तों में महाकाल यादराम बाबा के प्रति काफी आस्था है. बाबा यादराम धाम पहुंचने वाले लोगों का कहना है कि जो भी अपनी पीड़ा लेकर आते हैं, वे बाबा धाम से कभी खाली हाथ नहीं लौटते, उन्हें पीड़ा से निजात मिल जाती है. इसी लिए दूर-दूर से भक्त बाबा के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.

 

 

 

 

सावन में सावन जल यात्रा का आयोजन किया जाता है. इसी दौरान इस बार गीतकारों का सम्मान किया गया. गीतकारों का कहना है कि वे सम्मान पाकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. यह सौभाग्य की बात है कि बाबा धाम में उन्हें सम्मान प्रदान किया गया है. आयोजन के दौरान गौरीशंकर कश्यप, पर्यटन कैवर्त्य, संतोष विश्वकर्मा, शेषराज कैवर्त्य, दिलेश्वर कैवर्त्य, बद्री विशाल साहू, ओमप्रकाश साहू, नरसिंह साहू, हरनारायण साहू, हरदेव सिंह कंवर, आत्माराम साहू, डॉ. विजय साहू, ई वी. सी. साहू, शिवकुमार साहू, विजय निर्मलकर, बद्री साहू, पत्रकार विकास साहू, गीताराम साहू, पिंटू सिदार, रामदयाल साहू, नारायण साहू, ऋषि कुमार सिदार, धनंजय निर्मलकर, नंदू, मनहरण सिदार, विजय सिदार, अमर सिदार, पवन सिदार, नागेश साहू, लोकेश्वर साहू, गज्जू आदित्य, खगेश्वर प्रसाद साहू, हितेश सिदार, मनहरण सिदार, ज्ञान लाल साहू, रूपशाह साहू, राजेंद्र सिदार, दिनेश सिदार, सोखी साहू, देवी सिंह सिदार, नरेंद्र साहू, गोलू साहू, कौशल प्रसाद साहू, विजय कुमार साहू, कोमल प्रसाद साहू, हरदेव सिंह कुमार, चरण माली, जगन्नथिया साहू, शिव साहू, सोहन और बड़ी संख्या में बाबा भक्त मौजूद थे.

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