ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल बनारी जांजगीर द्वारा संस्था के संचालक आलोक अग्रवाल एवं प्राचार्य श्रीमती सोनाली सिंह जी के निर्देशन में राष्ट्रीय युवा दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस उपलक्ष्य में सर्वप्रथम प्रार्थना प्रांगण में संस्था के शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा स्वामी विवेकानंद जी के जीवन परिचय के बारें में बताया। संस्था की शिक्षिका सुश्री प्रीति कोसरे ने स्वामी विवेकानंद जी के जीवनी के बारें में बताते हुए कहा कि इनका जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता में एक कुलीन कायस्थ परिवार में हुआ था।
उनका औपचारिक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। इनके पिता विश्वनाथ दत्त जो कि कलकत्ता हाई कोर्ट के एक प्रसिद्ध वकील थे। स्वामी विवेकानंद जी रामकृष्ण परमहंस के सुयोग्य शिष्य थे। स्वामी जी ने रामकृष्ण परमहंस मिशन की स्थापना 1 मई सन् 1897 में की थी। उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में सन् 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी के कथन ‘‘उठो जागो और तब तक नहीं रूको जब तक लक्ष्य प्राप्त ना हो जाये‘‘ कहकर अपनी वाणी को विराम दिया।
तत्पश्चात् शिक्षिका सुश्री समीक्षा सिंह के द्वारा बताया गया कि- भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदांत दर्शन अमेरिका और यूरोप के हर एक देश में स्वामी विवेकानंद के प्रयास के कारण ही पहुँचा। उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस की बधाई देते हुए अपनी वाणी को विराम दिया। तत्पश्चात् शिक्षक श्री प्रकाश पांडे द्वारा बताया गया कि- स्वामी विवेकानंद हमारे लिए प्ररेणा स्त्रोत है हमें उनके जीवन से बहुत से गुणों को आत्मसात करना चाहिये। उन्होंने अपने जीवन पर्यन्त देश-विदेश में जाकर अपने विचारों को परिलक्षित किया। उन्होंने भारत में ही नहीं पूरे विश्व के लोगों का दिल जीत लिया। वह हर किसी को अपना समझते है चाहे वह किसी भी जाति, धर्म, सम्प्रदाय या किसी भी देश के हों, सब में समानता का भाव रखते थे।
संस्था के संचालक आलोक अग्रवाल ने स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस की बधाई देते हुए उनके जीवन से प्ररेणा लेने को कहा। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए, छात्र-छात्राओं के अगामी परीक्षा से संबंधित तैयारियों के विषय में उन्हें मार्गदर्शन दिया। साथ ही विवेकानंद के ब्रह्म वाक्यों को दोहराते हुए छात्रों को अपने जीवन के लक्ष्य निर्धारण के लिए समय प्रबंधन का पालन करते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
कक्षा- 8वीं के विद्यार्थी अभिषेक तिवारी जो कि स्वामी विवेकानंद जी के वेषभूषा में सारे विद्यार्थियों का ध्यान आकर्षित कर रहे थे। इस कार्यक्रम के सफल संचालन में संस्था के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं, एडमिन स्टॉफ, ग्रुप डी स्टॉफ का विशेष योगदान रहा।