जांजगीर-चाम्पा. अभी तक आपने केकती, केवड़ा, चमेली, मोंगरा, गेंदा, गुलाब, पलास का फूल देखा होगा, लेकिन बांस का फूल शायद कुछ लोगों ने अभी तक नहीं देखा होगा. खैर, कोई बात नहीं, इस समय बहेराडीह में स्थित वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल के पास कृषक सुजीत कुमार कश्यप के घर के पीछे की बाड़ी में लगे बांस का दर्जनों पेड़ पर बड़े पैमाने पर फूल लगा हुआ है. इस समय फूलों से लदे बांस का पेड़ आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
गांव के लोगों ने बताया कि बांस के पेड़ पर यदि फूल आना और फल लगना, पेड़ की बुढ़ापा उम्र का संकेत है. फल लगने कुछ समय बाद बांस का सभी पेड़ एक साथ मर जाते हैं, वहीं लोग यह भी बताते हैं कि अगर किसी गाँव में लगे बांस का पेड़ पर यदि फूल लगने के बाद फल लगकर पूरा पेड़ मर जाते हैं तो गांव में अकाल पड़ने का संकेत मानते हैं. उल्लेखनीय है कि बांस के पेड़ों पर फूल इतनी अधिक संख्या में लगा है कि फूलों से पेड़ लद गया है और फूल में रस होने के कारण बड़ी संख्या में मधुमक्खी पहुंच रहे हैं.