जांजगीर-चाम्पा. ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब महिलाओं को स्व सहायता समूह से जोड़कर बचत करना और विभिन्न प्रकार के आजीविका गतिविधियों से जुड़कर आत्मनिर्भर बनना बिहान का मुख्य उद्देश्य है। यह कार्यक्रम आज राष्ट्रीय स्तर पर शासन द्वारा चलाई जा रही है। जहाँ लाखों महिलाएं बिहान से जुड़कर आत्मनिर्भर बन रहीं हैं।
उक्त बातें बलौदा ब्लॉक अंतर्गत पहरिया क्लस्टर के पहरिया पाठ मंदिर परिसर में आयोजित त्रिमासिक आमसभा कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एसबीआई आरसेटी के फैकेल्टी अरुण कुमार पांडेय ने ब्यक्त किया। कार्यक्रम को भारत के पहला वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह के संचालक दीनदयाल यादव ने कहा कि हम सभी को अपने अधिकार और कर्तब्य को समझने की जरूरत है। कार्यक्रम को पहरिया पंचायत के सरपंच राजेंद्र कुमार शर्मा, रुद्रप्रताप केंवट, केंद्रीय रेशम बोर्ड तसर अनुसंधान वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार के सलाहकार रामाधार देवांगन आदि ने संबोधित किया।
पहरिया क्लस्टर के पीआरपी ज्योति बैष्णव ने बताया कि उमंग महिला कलस्टर की गठन 31 अगस्त 2021 को हुई है।
जिसमें 26 ग्राम संगठन और 418 स्व सहायता समूहों के माध्यम से 4312 परिवार को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान से जोड़ा गया है। उन्होंने क्लस्टर के वार्षिक प्रतिवेदन के बारे में बताया कि क्लस्टर अंतर्गत 5 ग्राम संगठन को वर्ष 2020, 21 में आजीविका गतिविधियों के लिए समूह को 4 लाख 20 हजार रुपये सीआईएफ राशि जिला मिशन प्रबंधन ईकाई राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जिला पंचायत से प्राप्त हुई थी। इसी तरह वर्ष 2021,22 में 12 ग्राम संगठनों को 44 समूहों के लिए 28 लाख 40 हजार रुपये जिला से प्राप्त हुई। नई किरण महिला ग्राम संगठन पहरिया को वीआरएफ फंड 2 लाख 20 हजार रुपये जिला से प्राप्त हुआ।और क्लस्टर संचालन के लिए 2 लाख रुपये स्टार्टअप फंड जिला से मिला। वर्ष 2023,24 को 23 समूहों के लिए 13 लाख 80 हजार रुपये सीआईएफ राशि जिला से क्लस्टर को प्राप्त हुई। इसी तरह वर्ष 2023,24 में 60 समुहों के लिए 36 लाख रुपये सीआईएफ राशि एवं 2 लाख 40 हजार रुपये वीआरएफ फंड जिला मिशन इकाई जिला पंचायत से मिला।
पीआरपी ज्योति बैष्णव ने आगे बताया कि आजीविका गतिविधि संचालन के लिए 80 लाख 40 हजार रुपये सीआईएफ राशि ग्राम संगठन एवं स्व सहायता समूहों को वितरित किया गया। समूहों को आगे बढ़ने तथा बचत के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 267 समूहों को चक्रीय निधि के रूप में 15 हजार रुपये प्रति समूह कुल 40 लाख 5 हजार रुपये की राशि मिशन प्रबंधन इकाई जिला पंचायत से समूहों के खाते में अंतरित किया गया। अंत में उन्होंने उमंग क्लस्टर संगठन पहरिया के वार्षिक कार्य योजना और सामाजिक एवं जागरूक कार्यक्रम के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर बलौदा ब्लॉक के कुरदा क्लस्टर के पीआरपी रोपेश्वरी निर्मलकर,जर्वे ब की पुष्पलता ध्रुव,चारपारा की ईश्वरी नेताम समेत एफएलसीआरपी मालती कश्यप, गेंदबाई, शांति खूंटे, आरबीके गीता केंवट, उषा यादव,बिंदेश्वरी, बैंक मित्र चित्रा माथुर, करिश्मा, सक्रिय महिला यज्ञ चौहान, संतोषी यादवमंजू, चन्द्र कुमारी, मानकुंवर, नीता, जमोत्री, संजनी,खिलेश्वरी, गीता, रैनी, गंगा, तेरस, लष्मीन, रितु, बिजनेस, दीपा, सुखमती,, प्रियंका, संतोषी खांडे, अंजू, धनकुंवर, रतन बाई, बच्चन खूंटे, सुकृता, कंचन बाई, मनमोहनी के अलावा पहरिया क्लस्टर अंतर्गत आने वाले ग्राम परसदा, खैजा, बोकरमुडा, बेलटुकरी, खारी, गतवा, केराकछार, पंतोंरा,खिसोरा, गोवाबन्द व अन्य गांवों की महिला ग्राम संगठन की पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थीं।
पहरिया क्लस्टर में हैं 418 एसएचजी
जनपद पंचायत बिहान बलौदा के डीओ प्रियंका देवांगन व पीआरपी ज्योति बैष्णव ने बताया कि पहरिया क्लस्टर में इस समय कुल 418 महिला स्व सहायता समूह हैं। जिसमें 4312 परिवार को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान से जोड़ा गया है। जिसके लिए विकासखंड मिशन प्रबंधन इकाई जनपद पंचायत बलौदा एवं जिला मिशन प्रबंधन इकाई राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जिला पंचायत जांजगीर का का सहयोग मिल रहा है।