जांजगीर-चाम्पा. व्यापारिक नगरी शिवरीनारायण निवासी ललित कश्यप ने थाने में नामजद शिकायत दर्ज कराई है कि उसके दुकान पर एक दर्जन से अधिक लोगों के द्वारा दुकान में जबरदस्ती घुसकर मारपीट की घटना को अंजाम दिए हैं और दुकान के अंदर रखे गल्ला से लगभग 25500 रुपए लूट कर ले गये हैं, वहीं शिवरीनारायण पुलिस ने डेढ़ महीने बीत जाने के बाद भी अब तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की है.
पीड़ित ललित कश्यप ने बताया कि वह कश्यप फर्नीचर मार्ट नाम से दुकान चलाता है, जो विगत 20 वर्षों से बॉम्बे मार्केट में स्थित हैं जो कि कनौजिया कुर्मी की सामाजिक सम्पत्ति हैं, जिसका वह नियमित रूप से किराया भुगतान करते आ रहा है.
पीड़ित ललित कश्यप का कहना हैं कि विगत कई महीनों से छोटे लाल कश्यप, लक्ष्मण कश्यप, राम दुलार कश्यप, विसम्भर कश्यप, साखीराम कश्यप, धनेश कश्यप नाम के व्यक्तियों के द्वारा अपने आप को कुर्मी समाज के पदाधिकारी बताते हुए समाज के किराये के एवज में 3 लाख रुपए पगड़ी के तौर पर जबरन मांग करने लगे और जब पीड़ित द्वारा राशि नही दी गई तो सभी एक राय होकर पीड़ित ललित और उसके भाई आशीष कश्यप के साथ दिनांक 19/11/2021 को दोपहर 2:15 बाहरी गुंडों को बुलवाकर दुकान में जबरदस्ती घुसकर ललित कश्यप व उसके छोटे भाई आशीष कश्यप को 3 लाख दो नही तो दुकान को आग लगा देंगे कहने लगे और गाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे और दुकान में रखे फर्निचर समान को रोड में फेक दिए, वहीं किसी तरह बच कर पीड़ित दोनों भाई शिवरीनारायण थाना पहुँचे, जहां उनके द्वारा थाना में लिखित शिकायत भी की गई, लेकिन पुलिस के अधिकारियों द्वारा केवल पीड़ित को सहानुभूति दी गई कि कार्यवाही जल्द होगी, लेकिन घटना को लगभग डेढ़ माह बीतने को हैं, लेकिन पुलिस के अधिकारियों द्वारा अब तक मामले में एफआईआर दर्ज नही करने से दबंगो के हौसले बुलंद हैं। आईजी की शिकायत के बाद कार्रवाई नहीं हो रही है.
व्यापारिक नगरी शिवरीनारायण में थाने से मात्र 300 मीटर की दूरी पर दुकान में घुसकर दबंगो द्वारा लगभग आधे घण्टे तक तोड़फोड़ कर उत्पात मचाया गया, लेकिन शिवरीनारायण पुलिस के द्वारा किसी भी प्रकार से अब तक उचित कार्यवाही नही की गई हैं, वहीं अब पीड़ित का कहना हैं कि उसका एक मात्र जीवनयापन करने का जरिया दुकान था, जिसमें तोड़ फोड़ करने से लाखों रुपये का नुकसान व्यवसायी को हुआ है, जिससे दुकान में काम करने वाले कर्मचारियों पर भी अब रोजी रोटी का संकट मंडराने लगा है।