Teji Bachchan: अमिताभ की मां के बारे में जानें रोचक बातें, पति और बेटे से अलग तेजी बच्चन ने बनाई अपनी पहचान

हिंदी के मशहूर कवि हरिवंश राय बच्चन और बॉलीवुड के अभिनेता अमिताभ बच्चन की मां तेजी बच्चन का नाम तो हर कोई जानता है। पति हिंदी साहित्य के धुरंधर और बेटे अभिनय के शहनशाह हैं, लेकिन तेजी बच्चन इस परिचय से अलग अपनी पहचान रखती हैं। तेजी बच्चन को एक समाज सेविका और मनोविज्ञान प्रोफेसर के तौर पर भी जाना जाता है। 12 अगस्त 1914 में जन्मी तेजी बच्चन का आज के दिन निधन हुआ था। 21 दिसंबर 2007 को 93 साल की उम्र में तेजी बच्चन ने दुनिया को अलविदा कह दिया था। लोग तेजी बच्चन को अमिताभ के मां के तौर पर जानते हैं लेकिन तेजी बच्चन अपने आप में ही एक बड़ा व्यक्तित्व हैं। वह एक सरल व्यवहार, कुशल सामाजिक कार्यकर्ता थीं। तेजी बच्चन और इंदिरा गांधी के बीच अच्छी दोस्ती थी। चलिए जानते हैं तेजी बच्चन के जीवन से जुड़ी रोचक बातें।.



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तेजी बच्चन का जन्म

तेजी बच्चन का असली नाम तेजवंत कौर सूरी था। उनका जन्म ब्रिटिश भारत के पंजाब में हुआ था। यहां लायलपुर में एक पंजाबी सिख खत्री परिवार में 12 अगस्त 1914 को तेजी बच्चन ने जन्म लिया। तेजी बच्चन शुरू से पढ़ाई में होनहार थीं। उन्हें साहित्य में रुचि थी।

तेजी बच्चन की शिक्षा और करियर

उन्होंने मनोविज्ञान की शिक्षा हासिल की और बाद में खूब चंद डिग्री कॉलेज, लाहौर में मनोविज्ञान पढ़ाना शुरू किया। इसके साथ साथ तेजी एक गायक और थियेटर आर्टिस्ट भी थीं। तेजी बच्चन ने फिल्म वित्त निगम के निदेशक के पद पर कार्य भी किया।

तेजी बच्चन और हरिवंश राय बच्चन

जब तेजी बच्चन लाहौर के डिग्री कॉलेज में पढ़ाती थीं, तब उनकी मुलाकात इलाहाबाद विवि में अंग्रेजी पढ़ाने वाले प्रोफेसर हरिवंश राय बच्चन से हुई। हरिवंश राय बच्चन शादीशुदा थे और अपनी पहली पत्नी के निधन के बाद दुख से उबर रहे थे। दोनों के बीच मुलाकातें बढ़ीं। बाद में साल 1941 में दोनों ने इलाहाबाद में शादी कर ली। उनके दो बेटे हुए। एक अमिताभ जो फिल्मों में आए और दूसरे अजिताभ जो कि पेशे से बिजनेसमैन हैं। अजिताभ बच्चन पेशे से बिजनेसमैन हैं।

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तेजी बच्चन और इंदिरा गांधी

नेहरू परिवार और बच्चन परिवार की दोस्ती तो जगजाहिर है लेकिन इस दोस्ती में तेजी और इंदिरा का नाम भी लिया जाना चाहिए। तेजी बच्चन और इंदिरा गांधी दोनों अच्छी दोस्त थीं। दोनों दोस्ती को अमिताभ और राजीव गांधी ने भी आगे बढ़ाया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब राजीव गांधी ने सोनिया से शादी करने की इच्छा जताई थी तो तेजी बच्चन ने ही इंदिरा को इस शादी के लिए मनाया था और सोनिया के विदेश से भारत आने के बाद दोनों की शादी में सोनिया की तरफ से रस्में निभाई थीं।

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