जांजगीर-चाम्पा. रिटायर्ड पटवारी की मौत के बाद परिजन ने सड़क पर शव रखकर मुलमुला में 5 घण्टे चक्काजाम किया. सूचना के बाद पहुंचे पामगढ़ एसडीएम, तहसीलदार और जांजगीर एसडीओपी ने चर्चा की और 20 हजार रुपये की मदद और कोरबा जिले के पाली के अधिकारी द्वारा 7 दिन के अंदर एसजीपी की 90 फीसदी राशि देने के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ.
दरअसल, मुलमुला के मंगतूराम भैना, कोरबा जिले के पाली क्षेत्र में पटवारी थे और 3 साल पहले रिटायर्ड हुए थे. वे बीमारी से ग्रसित थे. परिजन ने पेंशन स्वीकृति और अन्य फंड से राशि देने सम्बन्धी आवेदन दिया था, लेकिन 3 साल बाद भी कोई पहल नहीं हुई. परिजन का आरोप है कि रुपये के अभाव में बीमारी से ग्रसित रिटायर्ड पटवारी का समुचित इलाज नहीं करा सके, जिससे कल जिला अस्पताल जांजगीर में उनकी मौत हो गई.
इधर, आज सुबह शव को सड़क पर रखकर परिजन ने चक्काजाम कर दिया. सूचना के बाद अधिकारी पहुंचे और चर्चा की. 5 घण्टे बाद आश्वासन पर चक्काजाम समाप्त हुआ. इस तरह सड़क की दोनों ओर वाहनों की कतार लगी थी और आवागमन बाधित होने से लोगों को परेशानी हुई.