भगवान शिव जी की पूजा में…भूलकर भी न शामिल करें ये चीजें, नहीं तो हो सकता है…नुकसान जानिए

भोलेशंकर को देवों के देव महादेव के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोमवार का दिन भोलेशंकर को समर्पित होता है। इस दिन विधि- विधान से भगवान शंकर की पूजा- अर्चना की जाती है। भगवान शिव की पूजा में शिवलिंग का भी विशेष महत्व बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि शिवलिंग पर कुछ चीजें अर्पित करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। लेकिन कुछ चीजें भगवान शिव को भूलकर भी अर्पित नहीं करनी चाहिए।



ऐसा करने से भगवान शिव नाराज हो सकते हैं और भक्तों को इस चीज का नुकसान उठाना पड़ सकता है। आइए जानते हैं भगवान शिव को क्या अर्पित न करें।

शिवलिंग पर भूलकर भी न करें ये चीजें अर्पित

हल्दी– हिंदू धर्म में हर पूजा या अनुष्ठान में हल्दी का विशेष महत्व बताया गया है। लेकिन इस बात का खास ख्याल रखें कि शिवलिंग पर भूलकर भी हल्दी न चढ़ाएं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार शिवलिंग पुरुष तत्व का प्रतीक है।

और हल्दी को सौंदर्य वस्तु के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि अगर शिवलिंग को हल्दी अर्पित की जाए, तो व्यक्ति का चंद्र कमजोर होता है।

कुमकुम या सिंदूर- हिंदू धर्म में कुमकुम और सिंदूर का विशेष महत्व है। महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए कुमकुम या सिंदूर लगाती हैं। साथ ही, कुछ लोग शिवलिंग को भी सिंदूर अर्पित करते हैं, लेकिन शिव पुराण में कहा गया है कि शिवलिंग पर भूलकर भी सिंदूर अर्पित न करें।

तुलसी– हिंदू धर्म में बहुत से देवी-देवताओं की पूजा के दौरान उन्हें तुलसी पत्र अर्पित किए जाते हैं। लेकिन शिवलिंग पर भूलकर भी तुलसी का पत्ता अर्पित न करें। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव ने तुलसी के पति का वध किया था। तभी से तुलसी का पत्ता अर्पित नहीं किया जाता।

लाल और केतकी के फूल– भोलेशंकर को पूजा के दौरान भूलकर भी लाल रंग के फूल अर्पित नहीं करें। एक बार झूठ बोलने पर भोलेशंकर ने केतकी के फूलों को श्राप दिया था कि उन्हें कभी भी पूजा में भगवान शिव को लाल फूल अर्पित नहीं किए जाएंगे।

नारियल पानी– नारियल को मां लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है इसलिए शिव जी को अभिषेक के दौरान नारियल का पानी अर्पित न करें। इसके साथ ही, शिवलिंग पर चढ़ाई जाने वाली चीजों को ग्रहण करने की मनाही होती है।

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