प्रकृति से जुड़ी कई ऐसी रोचक बातें हैं, जिनके बारे में इंसान को कुछ हद तक तो पता होता है, पर पूरी तरह जानकारी नहीं होती है. अब धरती और अंतरिक्ष से जुड़ी गतिविधियों को ही ले लीजिए.
हमें लगता है कि हम धरती पर रहते हैं, इस वजह से उसके बारे में सब कुछ पता है, मगर ये सच नहीं है. धरती की ग्रैविटी भी ऐसा ही एक पहलु है. आपको तो पता ही है कि धरती पर ग्रैविटी (Why Moon Not Collide with Earth Due to Gravity) है, इस वजह से हम धरती पर खड़े रहते हैं, हवा में नहीं उड़ते. पर जब धरती की ग्रैविटी इतनी ज्यादा है, तो फिर चंद्रमा, जो धरती के नजदीक है, वो क्यों धरती पर नहीं गिरता?
लोगों ने ये दिया जवाब
– “यदि गुरुत्वाकर्षण मौजूद है, तो चंद्रमा पृथ्वी पर क्यों नहीं गिरता?” अब सवाल तो रोचक है, तो लोगों ने भी बढ़-चढ़कर इसका जवाब दिया है. एक शख्स ने कहा- “चंद्रमा या कोई और कृत्रिम उपग्रह जो पृथ्वी का चक्कर काट रहे, पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र में ही हैं तथा उन्हें भी पृथ्वी पर गिर रहे माना जाता है. पृथ्वी पर गिर रही कोई वस्तु भारहीन होती है और पृथ्वी की कक्षा में उपस्थित कोई वस्तु भी भारहिन ही होती है. यदि कोई वस्तु पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र मे है तो वह वस्तु पृथ्वी की ओर आकर्षित होगी और पृथ्वी की ओर गिरेगी. पर यदि उस वस्तु के पास तिरछी दिशा में एक गति हो तो वस्तु पृथ्वी की ओर भी गिरेगी और आगे भी बढ़ेगी.
वहीं, दूसरे शख्स ने कहा- “जैसा कि हम जानते हैं गुरुत्वाकर्षण बल पृथ्वी के केंद्र से दूरी का असमानुपाति होता है अतः जैसे जैसे दो वस्तुओं के बीच की दूरी बढ़ेगी गुरुत्वाकर्षण बल घटेगा और पृथ्वी से चांद की दूरी बहुत अधिक है अतः यह एक कारण है कि चंद्रमा पृथ्वी की ओर नहीं गिरता…कुछ और भी कारण हैं जैसे चंद्रमा की गति और गति की दिशा इत्यादि.”
क्या कहते हैं अन्य सोर्स?
अब ये तो आम लोगों के जवाब हैं, इस वजह से हम इनके सही होने की पुष्टि नहीं कर सकते हैं. इस वजह से हम आपको विश्वस्नीय सोर्स से भी बताएंगे, कि इस सवाल का सही जवाब क्या है. वेबसाइट में दिए गए जवाबों के अनुसार चांद की वेलॉसिटी और धरती से दूरी एक बड़ा कारण है कि वो धरती से क्यों नहीं टकराता. चांद के अंदर भी अपना ग्रैविटेशनल फोर्स है, जो धरती से कम है. अगर चंद्रमा थोड़ा और तेज घूमता तो वो धरती की ग्रैविटी से बाहर चला जाता. वहीं अगर उसकी चाल धीमे होती, तो वो धरती से टकरा जाता. दोनों की गति, और गुरुत्वाकर्षण बल ही चांद को एक कक्षा में रोके हुए हैं जिसकी वजह से वो धरती से नहीं टकराता है.