बहेराडीह गांव में पैरापुटू की खेती का प्रशिक्षण 2 मार्च से होगी शुरू, नहीं होगी उम्र की बाध्यता… निःशुल्क होगा प्रशिक्षण

जांजगीर-चाम्पा. कृषि विभाग द्वारा ग्राम बहेराडीह में निर्मित मशरूम उत्पादन इकाई में आज 2 मार्च से किसानों, बेरोजगार युवाओं, युवतियों तथा बिहान स्व सहायता समूहों के महिलाओं के लिए पैरापुटू की बारहमासी खेती का निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।



चाम्पा से लगे ग्राम बहेराडीह उर्फ भदरीपाली के प्रशिक्षण के मास्टर ट्रेनर दीनदयाल यादव, श्रीमती पुष्पा यादव, श्रीमती रामबाई यादव और श्रीमती रेवती यादव के द्वारा कृषि अवशेष अर्थात ताजा पैरा से पैरापुटू अर्थात पैडी मशरूम, और ऑयस्टर मशरूम का उत्पादन के बारे में सिखाएंगे। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 10 मार्च तक लगातार जारी रहेंगी। प्रशिक्षण में कोई भी राज्य, जिले के किसान शामिल हो सकते हैं, वहीं इस प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए उम्र, शैक्षणिक योग्यता, राशनकार्ड या किसी तरह की कोई दस्तावेज की जरूरत नहीं होगी।

मास्टर ट्रेनर द्वारा मशरूम उत्पादन के साथ-साथ मशरूम प्रसंस्करण, आचार, पापड़, बड़ी, बिस्कुट, पॉवडर बनाने की विधि के अलावा मार्केटिंग तथा मशरूम की खेती को लेकर शासन के द्वारा संचालित योजनाओं की भी जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी। प्रशिक्षण के पखवाड़े भर बाद प्रशिक्षण संस्थान के द्वारा प्रमाण पत्र भी किसानों को निःशुल्क प्रदान किया जाएगा।

मास्टर ट्रेनर दीनदयाल यादव ने बताया कि मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण की तरह यहाँ पर आम लोगों को सब्जी खेती, नर्सरी प्रबंधन, कृषि उद्यमी, लाख का उत्पादन, मधुमक्खी पालन, भेड़ पालन, मछली पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन, आचार, बड़ी, पापड़, मसाला, अगरबत्ती, मोमबत्ती, साबून, फिनाईल, वैसलीन, डिटर्जेंट पॉवडर, सेनेटरी नेपकिन, बम्बू क्राफ्ट, डेयरी व वर्मीकम्पोस्ट, आदि का भी प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रतिमाह सतत रूप से चलेगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोग शामिल हो सकते हैं। सभी प्रकार की प्रशिक्षण पूर्णतः निःशुल्क होगी।

error: Content is protected !!