WhatsApp का Code Verify अपडेट जारी, वॉट्सऐप वेब हुआ बेहद सुरक्षित, जानें कैसे करेगा काम?

नई दिल्ली: वॉट्सऐप की तरफ से कोड वेरिफाई रोलआउट किया है। यह एक नया ब्राउजर एक्सटेंशन है। जिसे वॉट्सऐप की तरफ से वॉट्सऐप वेब यूजर के लिए जारी किया गया है। वॉट्सऐप कोड वेरिफाई एक्सटेंसन गूगल क्रोम, माइक्रोसॉफ्ट एज और फायरफॉक्स  ब्राउजर के लिए उपलब्ध रहेगा। यह वॉट्सऐप वेब यूजर  को एक एक्सट्रा लेयर सिक्योरी उपलब्ध कराएगा। इस एक्सटेंशन को वॉट्सऐप की वास्तविकता की पहचान के लिए जारी किया गया है।



वॉट्सऐप पहले के मुकाबले हो जाएगा ज्यादा सुरक्षित 
इस नए एक्सटेंशन के रोलआउट होने से वॉट्सऐप वेब पहले से ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा। इसे क्लाउडफेयर (Cloudfare) के साथ साझेदारी में पेश किया गया है। कंपनी के ब्लॉग पोस्ट की मानें, तो पिछले साल वॉट्सऐप के मल्टी डिवाइस फीचर के बाद वॉट्सऐप वेब ब्राउजर यूजर के लिए एक्स्ट्रा लेयर सिक्योरिटी की जरूरत थी। ऐसे में कंपनी ने वॉट्सऐप को ज्यादा सिक्योर बनाने के लिए एक्स्ट्रा लेयर सिक्योरी टूल जोड़ा है।

बता दें कि मोबाइल ऐप को थर्ड पार्टी ऐप से सत्यापित किया जाता है, लेकिन वॉट्सऐप वेब के लिए ऐसा नहीं होता है। जो वेब ब्राउजर सिक्योरिटी को कमजोर कर सकता है। ऐसे में ब्राउजर एक्सटेंशन जारी किया है।

क्या है कोड वेरिफाई
यह एक ओपन सोर्स वेब ब्राउजर एक्सटेंशन है, जिसे फायरफॉक्स, माइक्रोसॉफ्ट एज और गूगल क्रोम ब्राउजर में ऐड किया जा सकता है।

वॉट्सऐप की मानें, तो यह फायरफॉक्स या फिर एज ब्राउजर में ऑटोमेटिक पिन हो जाएगा। जबकि क्रोम यूजर्स को इसे पिन करना होगा। इसे ओपन-सोर्स के तौर पर पेश किया जा रहा है, जिससे बाकी स्रविस भी इसका इस्तेमाल कर सकें।

कोड वेरिफाई कैसे करता है काम 

वॉट्सऐप ब्राउज़र एक्सटेंशन की तुलना ट्रैफिक लाइट से कर सकते हैं। यूजर्स की तरफ से एक्सटेंशन इंस्टॉल करने के बाद  यह वॉट्सैप वेब पर ऑटोमेटिक इंस्टॉल हो जाता है। और “रियल-टाइम अलर्ट सिस्टम के तौर पर काम करता है। अगर वॉट्सऐप कोड पूरी तरह से सही है, तो ब्राउजर का कोड वेरिफाई आइकन ग्रीन हो जाएगी।

अगर आपका कोड वेरिफाई आइकन ऑरेंज रहता है, तो इसका मतलब है कि यूजर को अपना पेज रिफ्रेश करना होगा। यदि कोड सत्यापन आइकन लाल दिखाई देता है, तो इसका मतलब है कि WhatsApp वेब गंभीर खतरे की चपेट में है।

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