जांजगीर-चाम्पा. भाई और बहन की बीच पवित्र रिश्ता का पर्व रक्षाबंधन को प्रकृति से जोड़ते हुए बलौदा जनपद उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव के गोद ग्राम तथा मॉडल गोठान ग्राम बहेराडीह के किसान स्कूल में 10 और 11 अगस्त को दो दिन महिलाएं रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम से मनाएंगी. 11 अगस्त को सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक महिलाएं पेड़ पौधों को आरती, पूजन कर राखिया बांधकर लोगों को पर्यावरण संरक्षण का सन्देश देंगी, वहीं इस मौके पर एक दिवसीय जिला स्तरीय बिहान बाजार का आयोजन किया जायेगा, जिसमें बिहान से जुड़े स्व सहायता समूह की महिलाओ द्वारा बनाई गई कमल फूल के डंठल, अलसी, साग सब्जी और धान की रंग बिरंगी आकर्षक राखियां बाजार दर से कम क़ीमत पर विक्रय हेतु किसान स्कुल में स्टॉल लगाए जाएंगे.
इस सम्बन्ध में एनआरएलएम के पीआरपी पुष्पलता ध्रुव, एफएलसीआरपी रेवती यादव, सक्रिय महिला ललिता यादव, ग्राम संगठन अध्यक्ष साधना यादव और सचिव पुष्पा यादव ने बताया कि इस बार भाई और बहन के बीच पवित्र रिश्ता का पर्व एक नहीं, बल्कि दो दिन मनाएंगी. रक्षाबंधन पर्व के ठीक एक दिन पहले 10 अगस्त को सुबह नौ बजे धरती के समस्त जीव-जंतुओं को जीवन देने वाले पेड़-पौधों का पूजा अर्चना करके राखियां बांधते हुए लोगों को पर्यावरण संरक्षण का सन्देश देंगे.
इस दौरान बहेराडीह के किसान स्कूल परिसर पर जिला स्तरीय एक दिवसीय बिहान बाजार का आयोजित किया जायेगा, जिसमें धान के अलावा राष्ट्रीय फूल कमल फूल के डंठल, अलसी, भिंडी, अमारी और चेच भाजी के रेशे से निर्मित रंग बिरंगी राखिया विक्रय हेतु स्टॉल लगाए जायेंगे. इस स्टॉल की यह भी खासियत होंगी कि बाजार दर से सस्ते दामों पर पेड़ पौधों के रेशे से बनी राखिया बिकेंगी. यह कार्यक्रम हमर संगवारी किसान उत्पादक कम्पनी एफपीओ तथा रक्तदाता क्रांति समूह के सयुंक्त तत्वाधान में और रेस्टोरेंशन फाउंडेशन के मार्गदर्शन में किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में महिला जनप्रतिनिधियों के आलावा महिला अधिकारीयों, समाजसेविकाओ, मितानिनो, स्व सहायता समूहों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जायेगा.
अगले साल रक्षाबंधन में मिलेगी छत्तीसगढ़ की 36 भाजियों के रेशों और उनके बीजों से बनी राखियां
अगले साल छत्तीसगढ़ की 36 भाजियों को संरक्षण की दिशा में सालों से काम कर रहे जिले के क़ृषि विभाग के कृषक संगवारी दीनदयाल यादव और उनके टीम के द्वारा छत्तीसगढ़ की 36 प्रमुख भाजियों की रेशों और उनके बीजों से रंग-बिरंगी आकर्षक राखियां बिहान बाजार में देखने को मिलेगी. इस तरह के क़ृषि क्षेत्र में नवाचार के काम में युवा कृषक दीनदयाल यादव को शासन प्रशासन की ओर से भरपूर मदद भी मिलने लगी है.