Janjgir School Problem : मिडिल स्कूल की पढ़ाई के लिए दूसरे गांव जाने की मजबूरी, मिडिल स्कूल खोलने की मांग उठी, बम्हनीडीह क्षेत्र का मामला

जांजगीर-चाम्पा. बम्हनीडीह ब्लॉक के भंवरमाल गांव में मिडिल स्कूल नहीं होने पर बच्चों को मीडिल स्कूल की पढ़ाई के लिए प्रतिदिन गांव से 3-4 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है, जिससे बच्चों आने-जाने में दिक्कतें होती है.



गौरतलब है कि संकुल केंद्र भंवरेली गांव के अंतर्गत आने वाले भंवरमाल गांव में मिडिल स्कूल नहीं है. ऐसे में यहां के छात्र प्रायमरी के बाद आगे की पढ़ाई के लिए रोहदा एवं भंवरेली जाने के लिए विवश हैं. भंवरमाल गांव में प्राथमिक स्कूल तक की कक्षाओं का संचालन हो रहा है, जहां कक्षा पहली से लेकर पांचवीं तक की पढ़ाई होती है.

इसे भी पढ़े -  Malkharouda News : पिहरीद और बड़ेसीपत गांव में सेवा सहकारी समिति केंद्रों में धान खरीदी का किया गया शुभारंभ, कार्यक्रम में मालखरौदा जनपद पंचायत अध्यक्ष कवि वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि रहे मौजूद, कहा,'प्रदेश सरकार किसानों के हितों के प्रति है पूरी तरह संवेदनशील'

बताया गया है कि पहले भंवरमाल गांव, पिपरदा के ग्राम पंचायत अंतर्गत आता था, लेकिन 3 साल पहले भंवरमाल को नई ग्राम पंचायत बनाई गई है. नई ग्राम पंचायत बनने के बाद भी मिडिल स्कूल की व्यवस्था अब तक नहीं की जा सकी है.

ग्राम पंचायत भंवरमाल के सरपंच बेदराम यादव ने बताया है कि मीडिल स्कूल की पढ़ाई के लिए बच्चे, 3 से 4 किलोमीटर दूर रोहदा एवं भंवरेली गांव जाते हैं, जिससे बच्चों को आने-जाने में परेशानी होती है.

डीईओ कुमुदिनी द्विवेदी ने कहा है कि भंवरमाल में यदि मिडिल स्कूल की मांग है तो प्रस्ताव मंगाया जाएगा और मिडिल स्कूल खोलने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.

error: Content is protected !!