जांजगीर-चाम्पा. शासन द्वारा उन्नत क़ृषि को बढावा देने के उद्देश्य से किसानों को प्रतिवर्ष दिए जाने वाले पुरस्कार की राशि को जमीन खा गईं या फिर आसमान। इस मामले को लेकर आज जनदर्शन में जिले के प्रगतिशील किसानों ने कलेक्टर से मुलाक़ात कर ज्ञापन सौपा है।
इस सम्बन्ध में वरिष्ठ पत्रकार स्व. कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह के संचालक दीनदयाल यादव, साधना यादव और कमला कश्यप ने बताया कि आत्मा योजना अंतर्गत वर्ष 2020-21 में उन्नात क़ृषि पुरस्कार हेतु जिला स्तर पर सात किसानों का चयन किया गया है। प्रत्येक किसानों को पचीस, पचीस हजार रूपये की राशि और प्रशस्ति पत्र भी दिया जाना है। उसी तरह ब्लॉक और राज्य स्तर पर भी चयनित किया गया है।
ब्लॉक स्तर के सभी ब्लाको के किसानों को दस दस हजार रूपये और प्रशस्ति पत्र दिया जा चूका है, मगर घोषणा के नौ महीने गुजर जाने के बाद भी जिला और राज्य स्तर पर प्रत्येक दस किसानों को दी जाने वाली पचास पचास हजार रूपये अभी तक नहीं मिला है, जबकि छत्तीसगढ़ के सभी जिले के जिला स्तरीय और राज्य स्तरीय पुरस्कार को 14 अप्रेल को बिलासपुर में आयोजित राष्ट्रीय क़ृषि मेला में मुख्यमंत्री के हाथों से सम्मानित करने की बात कहते हुए क़ृषि विभाग के अधिकारी बाकायदा अपने साथ लेकर गए थे, मगर मुख्यमंत्री को किसानो को पुरस्कार राशि देने के लिए समय नहीं था और वे चले गए। इससे नाराज छत्तीसगढ़ के सभी चयनित किसान सम्मान नहीं, बल्कि घोर अपमान का सामना करते हुए वापस अपने घर लौटे थे। तब से लेकर अब तक छत्तीसगढ़ के सभी अलग अलग जिलों के जिला और राज्य स्तरीय पुरस्कार की राशि कहाँ गई। इसकी जानकारी क़ृषि विभाग के अधिकारियो के पास नहीं है.
एक नजर… किसे, कौन सा पुरस्कार
1. रजनी पटेल, कटनई, अकलतरा को धान उत्पादकता क्षेत्र में 25 हजार.
2. संतोष सिंह राठौर, अफरीद, बम्हनीडीह को धान उत्पादकता क्षेत्र में 25 हजार.
3. रोहित चंद्रा, मरकाडीह, नवागढ़, को तिलहनी क्षेत्र में 25 हजार,
4. अमृत कंवर, सूखदा, डभरा को दलहनी क्षेत्र में 25 हजार,
5. कमला कश्यप, मरकाडीह, नवागढ़ को उद्यानिकी क्षेत्र में 25 हजार,
6. साधना यादव, बहेराडीह, बलौदा को पशुपालन के क्षेत्र में 25 हजार ,
7. पवित्रा पटेल, अकलतरा को पशुपालन क्षेत्र में 25 हजार रूपये
कलेक्टर ने डीडीए से ली मामले की जानकारी
मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने किसानों के सामने ही क़ृषि विभाग के डीडीए एमडी मानकर से फोन पर जानकारी ली. इस पर डीडीए ने कलेक्टर को एक लाईन में जवाब दिया कि चयनित किसानों को पुरस्कार के लिए विभाग के पास इस समय बजट नहीं है। डीडीए के इस जवाब से किसान असंतुष्ट हैं.
26 जनवरी को ही किसानों का हो सम्मान
किसानों ने कलेक्टर से आग्रह किया है कि 26 जनवरी को चयनित सभी सात किसानों का पुरस्कार राशि और प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मान किया जावे. इस पर कलेक्टर ने पहल करने की बात कही है.