जांजगीर-चाम्पा. जांजगीर की जिला जेल में सजायाफ्ता कैदी के सुसाइड की घटना के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जितेंद्र कुमार ठाकुर ने घटनास्थल जिला जेल का निरीक्षण किया और कैदी के सुसाइड की जानकारी ली. 4 दिन पहले कोर्ट ने रेप और पॉक्सो के मामले में 5 अप्रेल को बंदी बनवारी कुमार कश्यप को 20 साल की सजा सुनाई थी. इसके बाद उसने जिला जेल के बैरक नम्बर 10 के ऊपर गमछे से फांसी लगा ली. उसने सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें लिखा है कि क्या प्यार करना गुनाह है ? और क्या केवल लड़का दोषी होता है ?
मामले की गम्भीरता को देखते हुए डॉक्टरों की टीम ने सजायाफ्ता कैदी के शव का पोस्टमार्टम किया है और इसकी विडियोग्राफी भी कराई गई है.
मामले में सजायाफ्ता कैदी बनवारी कुमार कश्यप के भाई चैतराम कश्यप ने निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है, वहीं मुआवजे की भी मांग की है. जेल में हुई घटना को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने भी सवाल उठाया है कि परिजन को देर से सूचना दी क्यों दी गई थी ?, वहीं बंदी से जेल में सजा के बाद कौन मिलने आया था ? फिलहाल, मामले में जांच जारी है और जल्द ही जिला दंडाधिकारी के द्वारा मजिस्ट्रीयल जांच के भी आदेश दे दिया गया है.