जांजगीर-चाम्पा. छत्तीसगढ़ी साहित्यकार और मोर चिन्हारी छत्तीसगढ़ी मंच के अध्यक्ष नन्दकिशोर शुक्ल ने जांजगीर से चाम्पा तक पदयात्रा की. उन्होंने छत्तीसगढ़ी को अपनाने के लिए पदयात्रा की. इस पदयात्रा में मोर चिन्हारी छत्तीसगढ़ी मंच के अन्य सदस्य भी शामिल थे.
छत्तीसगढ़ी राजभाषा को महतारी भाषा बताते हुए पदयात्री नन्दकिशोर शुक्ल ने कहा कि स्कूलों और सरकारी कामजाज में छत्तीसगढ़ी नहीं है. जनगणना में भी छत्तीसगढ़ी का नाम नहीं होता, इसलिए इस मुद्दे को लेकर पदयात्रा की गई है. पदयात्रा कर छत्तीसगढ़ी को लेकर लोगों को जागरूक करना है.