Jaya Kishori Motivational Quotes : जिंदगी इतनी कठिन क्यों है? जया किशोरी का जवाब सुनकर आपका टेंशन भी हो जाएगा दूर

नई दिल्ली : कथावाचक जया किशोरी किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। जया किशोरी एक मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं। जिंदगी से जुड़े तमाम मुद्दों पर जया किशोरी अपनी राय रखती रहती हैं। कहते हैं कि अगर आप किसी चिंता में हैं और अगर आप जया किशोरी की मोटिवेशनल बातें सुनते हैं तो आपकी टेंशन दूर हो सकती है। लोगों के मन में अक्सर ये सवाल आता है कि जिंदगी में इतने दुख क्यों है? जिंदगी इतनी कठिन क्यों है? जिंदगी आसान भी तो हो सकती है, पर फिर बार-बार परेशानियां क्यों आती रहती हैं? आइए इन सवालों पर जया किशोरी के जवाब को जानते हैं।



जया किशोरी ने बताया जीवन आसान क्यों नहीं है

जया किशोरी से जब पूछा गया कि जिंदगी आसान क्यों नहीं होती है तो उन्होंने कहा कि जिंदगी आसान नहीं है। किसी के लिए नहीं है। भगवान के लिए भी नहीं है। आप राम जी को देखिए, कृष्ण जी को देखिए जब तक यहां रहे कोई सुखी नहीं रहा। सबने कष्ट झेला। धरती पर सभी को कष्ट सहना पड़ता है।

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भगवान श्रीराम का जीवन

जया किशोरी ने भगवान राम का जिक्र इसलिए किया क्योंकि भगवान होने के बावजूद जब वे मानव के रूप में पृथ्वी पर अवतरित हुए तो उन्हें भी आम इंसानों की तरह अलग-अलग तरह के कष्ट झेलने पड़े। भगवान श्रीराम का राजतिलक होने ही वाला था लेकिन फिर उन्हें पिता का वचन पूरा करने के लिए उससे पहले ही 14 साल के वनवास पर जाना पड़ा। जंगल में वे तमाम कष्टों को सहते हैं। फिर उनकी पत्नी सीता जी का हरण हो जाता है। इसके बाद वे लंका जाकर रावण का वध करते हैं। समझने की बात है कि भगवान होने के बावजूद भगवान श्रीराम को तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

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श्रीकृष्ण के जीवन की चुनौतियां

इसी तरह भगवान कृष्ण को भी जीवन में तमाम कष्टों को सहना पड़ा। श्रीकृष्ण जन्म होते ही अपने माता-पिता से अलग हो गए। गोकुल में नंद बाबा और यशोदा मैया ने उन्हें पाला। कंस लगातार उन्हें मारने के लिए राक्षस भेजता रहा और वे उनका संहार करते रहे। आखिर में श्रीकृष्ण ने मथुरा जाकर कंस का वध किया।

फिर कंस के वध का प्रतिशोध लेने के लिए आतुर उसके ससुर जरासंध से श्रीकृष्ण का कई बार युद्ध हुआ। हालांकि, बाद में वे शांति के लिए द्वारका में बस गए. फिर महाभारत में श्रीकृष्ण ने अहम रोल निभाया। कष्ट तो हर किसी के जीवन में है इसलिए चुनौतियों का सामना करना चाहिए, उनसे घबराना नहीं चाहिए।

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