रायपुर. कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को प्रत्येक वर्ष की तरह गोवर्धन पूजा का महापर्व श्रद्धा भक्ति पूर्वक हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. गौ माताओं की पूजा की गई तथा गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर उसकी विधिवत पूजा अर्चना की गई. प्राप्त जानकारी के अनुसार, श्री दूधाधारी मठ में गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट महोत्सव राउत नाच के साथ संपन्न हुआ. गौ माता को शुद्ध जल से स्नान कराकर उन्हें श्रृंगारित किया गया एवं विधिवत पूजार्चना की गई. फल एवं मिष्ठान का भोग लगाया गया।. श्रद्धालु भक्तों ने गौमाता की गोबर से एक-दूसरे को तिलक लगाया और गौ वंश के वृद्धि की कामना की. महामंडलेश्वर राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास ने अपने संदेश में कहा कि कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को प्रत्येक वर्ष गोवर्धन पूजा का पर्व सभी सनातन धर्मावलंबियों में श्रद्धा भक्ति पूर्वक मनाया जाता है.
श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा के अनुसार भगवान श्री कृष्णचंद्र जी द्वारा इंद्र के अहंकार को चूर-चूर करने के लिए इस पूजन का आयोजन बृजवासियों ने भगवान श्री नारायण के अंशावतार भगवान कृष्ण चंद्र जी की अगुवाई में पूरा किया था. तब से यह पर्व हमारे पूर्वज परंपरागत रूप से मनाते आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि श्री दूधाधारी मठ व इससे संबंधित सभी संस्थानों में गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट महोत्सव श्रद्धा भक्ति पूर्वक मनाया जाता है. सभी गौवंशियों को खिचड़ी एवं मिष्ठान खिलाया गया. पूजा अर्चना संपन्न होने के पश्चात बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालु भक्तों ने भी 56 भोग का प्रसाद प्राप्त किया.