जांजगीर-चाम्पा. जिला मुख्यालय जांजगीर से महज 18 किलोमीटर पूर्व दिशा की ओर स्थित एक छोटे से गाँव बहेराडीह में खुले किसान स्कूल में कृषि से सम्बंधित 18 महत्वपूर्ण विषयों का विस्तार करते हुए अब कंप्यूटर शिक्षा को भी प्रमुखता से शामिल किया गया है. अब किसानों के बच्चों को किसान स्कूल में कंप्यूटर सिखाया जा रहा है.
एसबीआई आरसेटी ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान जांजगीर से कंप्यूटर प्रशिक्षण प्राप्त कंप्यूटर के अनुभवी मास्टर ट्रेनर बहेराडीह निवासी महेन्द्र कुमार चौहान के द्वारा इस समय स्थानीय जिले के अलावा कोरबा जिलानतर्गत सुखरीकला के किसानों के 10 बच्चों को कंप्यूटर प्रतिदिन सिखाया जा रहा है.
इस सम्बन्ध में किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव ने बताया कि अब तक क़ृषि क्षेत्र में भारत के अलग अलग राज्यों के किसानों को क़ृषि से सम्बंधित 18 महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी मिल रही थी, जिसका विस्तार करते हुए स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमर किसान उत्पादक कंपनी एफपीओ के अध्यक्ष श्यामलाल राठौर, वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार साहू और बलौदा जनपद उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव ने किसान स्कूल में कंप्यूटर शिक्षा का शुभारम्भ किया था.
इस मौके पर किसानों के पांच बच्चों को प्रवेश लिया था, जो अब संख्या दस हो गई है. किसान स्कूल का संचालन पूरे भारत के किसानों के सहयोग से चल रहा है. किसानों के बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा से जोड़ने कई किसानों, प्रगतिशील किसानों, जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दान में कंप्यूटर प्रदाय करने का आश्वासन दिया है.
बसवराज ने किया पहला कंप्यूटर दान
छत्तीसगढ़ में किसानों के लिए काम करने वाले सामाजिक संगठन रेस्टोरेंशन फाउंडेशन के सीईओ जे. बस्वराज ने किसान स्कूल में किसानों को कंप्यूटर शिक्षा से जोड़ने के उद्देश्य से एक अपने सौजन्य से कंप्यूटर दान किया. उसके इस तरह की दान से कई किसानों के बच्चों को कंप्यूटर सीखने को मिल रहा है.