जांजगीर-बलौदा. बलौदा थाना क्षेत्र के भिलाई गांव में इंजीनियर की हत्या के मामले का खुलासा हो गया है. पुलिस ने हत्या के आरोपी मितानिन और उसके रिश्तेदार को गिरफ्तार किया है. मामले का खुलासा 2 माह बाद हुआ है. पुलिस ने हजारों कॉल डिटेल खंगाले, उसके बाद पुलिस की तफ्तीश पूरी हुई है और संगीन वारदात के आरोपी सलाखों के पीछे पहुंचे हैं.दरअसल, 15 फरवरी को दोपहर में भिलाई गांव का इंजीनियर राजेश देवांगन, घर से निकला था और जब वह शाम तक नहीं लौटा तो परिजन ने रात में उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन कुछ पता नहीं चला. 16 फरवरी की सुबह इंजीनियर राजेश देवांगन की रक्तरंजित लाश मिली. मामले की सूचना के बाद टीआई विवेक पांडेय के साथ पुलिस की टीम पहुंची और तफ़्तीश शुरू की. हत्या की संगीन वारदात की गम्भीरता को देखते हुए डॉग स्क्वायड और एफएसएल की टीम को बुलाया गया था. जांच में पुलिस ने हजारों फोन कॉल डिटेल खंगाले, सैकड़ों लोगों से पूछताछ की, लेकिन हत्या का कोई सुराग नहीं मिला.
इस बीच परिजन ने एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव से मुलाकात की थी. इसके बाद पुलिस ने जांच में तेजी लाई और मुखबिर लगाया गया.
मुखबिर से मितानिन रेशमा खूंटे के इंजीनियर के घर आने-जाने और इंजीनियर से बात करने के बारे में पता चला. इस पर पुलिस ने कॉल डिटेल से मिलान किया तो इंजीनियर की मां के नम्बर से बात होने की बातें सामने आई.पुलिस ने मितानिन रेशमा खूंटे से पूछताछ की तो उसने हत्या की संगीन वारदात का खुलासा किया और बताया कि उसका इंजीनियर राजेश देवांगन के साथ 1 साल से अवैध सम्बन्ध था और अब इससे ऊब चुकी थी, लेकिन इंजीनियर राजेश देवांगन लगातार उसे दबाव बना रहा था, जिसके बाद मितानिन रेशमा खूंटे ने अपने रिश्तेदार कोरबी रथराम कुर्रे को साथ में लिया और इंजीनियर की हत्या की साजिश रची.
प्लानिंग से इंजीनियर राजेश देवांगन को गांव के खेत की ओर बुलाया, बड़े ही शातिर तरीके से घटना को अंजाम दिया था. मौके पर मितानिन के साथ उसका रिश्तेदार भी पहुंचा था और वहां इंजीनियर के पहुंचते ही उसे कुल्हाड़ी से मारकर मौत के घाट उतार दिया. वारदात के बाद कुल्हाड़ी को तालाब में फेंक दिया था. मामले में पुलिस ने हत्या के आरोप में मितानिन रेशमा खूंटे और उसके रिश्तेदार कोरबी निवासी रथराम कुर्रे को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.
आपको बता दें, इंजीनियर की हत्या की गुत्थी को सुलझाना, पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी और तमाम कोशिश के बाद दो माह तक पुलिस के हाथ खाली थे. आखिरकार, पुलिस ने इंजीनियर के इस अंधे कत्ल के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है.
पुलिस ने जांच में शुरू से दिखाई गम्भीरता : SP
एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने कहा कि भिलाई गांव में इंजीनियर की हत्या के मामले में शुरू से गम्भीरता से जांच की. यही वजह है कि आज हत्या की घटना का खुलासा हुआ है. 100 से अधिक टावर के हजारों कॉल डिटेल को खंगालने के बाद हत्या की घटना को सुलझाया गया है.
हर एंगल से हुई तफ़्तीश : टीआई
बलौदा टीआई विवेक पांडेय ने बताया कि इंजीनियर की हत्या के मामले को सुलझाने के लिए पूरी टीम लगी थी. प्रकरण में हर एंगल से जांच हुई है, जिसके बाद हत्या के आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है.