भारत सरकार निजी क्षेत्रो में सेवारत नौकरीपेशा लोगो को इस वित्तीय वर्ष के आखिरी में बड़ा झटका दे सकती हैं। सरकार कर्मियों को उनके भविष्य निधि पर मिलने वाली ब्याज दर को घटाने का मन बना चुकी हैं। सभव हैं की सरकार इस पर 31 मार्च से पहले ही किसी तरह का बड़ा फैसला ले लें। इसका सीधा असर उन करोडो लोगो पर पडेगा जो प्राइवेट कंपनियों में काम करते हुए भविष्य निधि सेवा का लाभ लेते हैं।
बताया जा रहा है कि ईपीएफओ की बैठक 25-26 मार्च को होने वाली है, जिसमें ब्याज के बारे में निर्णय लिया जा सकता है। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, पीएफ पर ब्याज को अब और घटाकर 8 फीसदी किया जा सकता है। खबर के अनुसार, अगले साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं।
उससे पहले कई अहम राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होंगे। इस कारण पीएफ पर ब्याज को ज्यादा कम करने की गुंजाइश नहीं है, लेकिन इसे पिछले साल की तुलना में घटाया जाना संभव है। अगर ऐसा होता है तो प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले करोड़ों लोगों को सीधे तौर पर घाटा होने वाला है। फिलहाल यह दर 8।1 प्रतिशत हैं।